अमेरिकी ड्रोन हमले में आतंकियों का सरगना अल कायदा प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी को मौत की घाट उतार दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सोमवार को इस बात की पुष्टि भी की है। बाइडेन ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि शनिवार को, मेरे निर्देश पर, संयुक्त राज्य अमेरिका ने अफगानिस्तान के काबुल में हवाई हमला किया और अल कायदा अमीर अयमान अल-जवाहिरी को मार गिराया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि वहां के लोगों को न्याय दिया है इसमें कितना भी समय लगे, चाहे आप कहीं भी छिप जाएं, अगर आप हमारे लोगों के लिए खतरा हैं, तो अमेरिका आपको ढूंढेगे और आपको बाहर निकालेगें। बाइडेन ने अमेरिकी नागरिकों, अमेरिकी सेवा के सदस्यों, अमेरिकी राजनयिकों और अमेरिकी हितों के खिलाफ हत्या और हिंसा के एक बड़े निशान को मिटा दिया है। आतंकी सरगना अल जवाहिरी 9/11 पर आतंकवादी हमलों के समय अपने आका ओसामा बिन लादेन का खास आदमी था और उसका डिप्टी था। वह 9/11 की योजना का कर्ता-धर्ता था।
मैंने अपने देशवासियों से किया वादा पूरा किया
बाइडेन ने कहा कि जब मैंने लगभग एक साल पहले अफगानिस्तान में अपने सैन्य मिशन को समाप्त कर दिया, तो मैंने फैसला किया कि 20 साल के युद्ध के बाद, संयुक्त राज्य अमेरिका को अब अफगानिस्तान में जमीन पर हजारों जूतों की जरूरत नहीं है, जो अमेरिका को उन आतंकवादियों से बचाने के लिए, जो हमें नुकसान पहुंचाना चाहते हैं।मैंने अमेरिकी लोगों से वादा किया था कि हम अफगानिस्तान और उसके बाहर प्रभावी आतंकवाद विरोधी अभियान जारी रखेंगे और अब बस हमने यही किया है।
Al Qaeda leader Ayman al-Zawahiri has been killed in an air strike in Kabul. Justice has been delivered. No matter how long it takes, no matter where you hide, if you are a threat to our people, the US will find you and take you out: US President Joe Biden
(Source: Reuters) pic.twitter.com/4K4qNGiAP9
— ANI (@ANI) August 1, 2022
तालिबान ने हमले की निंदा की
सोमवार को अमेरिका ने अफगानिस्तान में जवाहिरी को ड्रोन हमले में मार गिराया है, इस खबर के बाद तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने भी अमेरिकी हमले की पुष्टि की और कहा कि 31 जुलाई को काबुल शहर के शेरपुर इलाके में एक रिहायशी मकान पर हवाई हमला किया गया। उन्होंने कहा कि पहले घटना की प्रकृति स्पष्ट नहीं थी, लेकिन इस्लामिक अमीरात की सुरक्षा और खुफिया सेवाओं ने घटना की जांच की और शुरुआती निष्कर्षों ने निर्धारित किया कि हमला एक अमेरिकी ड्रोन की ओर से किया गया था।
अमेरिका ने गिरफ्तारी पर रखा था 2.5 करोड़ डॉलर का ईनाम
मुजाहिद ने कहा कि अफगानिस्तान के इस्लामी अमीरात किसी भी बहाने इस हमले की कड़ी निंदा करते हैं और इसे अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों और दोहा समझौते का स्पष्ट उल्लंघन बताते हैं। बता दें कि अमेरिकी विदेश विभाग ने सीधे जवाहिरी को पकडऩे वाली सूचना के लिए 2.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर तक के इनाम की पेशकश की थी।
अमेरिकी सैन्य अभियान में मारा गया था लादेन
इससे पहले अमेरिका ने पाकिस्तान के ऐबटाबाद शहर में अपने सैन्य अभियान में 2 मई 2011 को खूंखार आतंकी ओसामा बिन लादेन को मार डाला था। ओसामा बिन लादेन की मौत के 12 घंटे के बाद अमरिका के विमान वाहक पोत यूएसएस कार्ल विन्सन पर शव को एक सफेद चादर में लपेट कर एक बड़े थैले में रखा था और फिर अरब सागर में फेंक दिया था।