जयपुर. आपदा प्रबंधन एवं सहायता मंत्री एवं हनुमानगढ़ जिला प्रभारी श्री गोविंद राम मेघवाल ने हनुमानगढ़ जिला कलेक्ट्रेट सभागार में शुक्रवार को लम्पी स्किन डिजीज सहित अन्य विभागों की समीक्षा बैठक ली। बैठक के बाद आयोजित कार्यक्रम में मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि जिन जिलों में लम्पी स्किन डिजीज फैली हुई है वहां मुख्यमंत्री ने दवाइयों की विशेष व्यवस्था की है। दूसरे जिलों के डॉक्टर्स यहां भेजे गए हैं। जिले में ना दवा की कमी है ना डॉक्टर्स की। जहां जहां यह रोग फैला है वहां पशुपालन विभाग की टीम जा जाकर इलाज कर रही है। आने वाले आठ दस दिनों में ही यह रोग पूरी तरह से कंट्रोल में आ जाएगा। उन्होने बताया कि राज्य सरकार की ओर से भी इलाज को लेकर किसी प्रकार की कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। जिले के विधायकों ने भी इस रोग के त्वरित इलाज को लेकर फंड दिया है। मुख्यमंत्री जी की ओर से भी अलग से फंड जारी किया है। साथ ही कहा कि जिस गाय की मृत्यु इस रोग से हुई है उसको दफनाने के लिए ग्राम पंचायतों को निर्देश दिए गए हैं। खुले में रहने पर दूसरी गायों के संक्रमण फैलने की आशंका रहती है। गौशालाओं में लम्पी रोग से पीडि़त गायों को अलग रखने की व्यवस्था की गई है। ताकि स्वस्थ गायों के वैक्सीन लगाया जा सके।
इससे पहले बैठक में पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ ओमप्रकाश किलानियां ने बताया कि जिले में कुल 19 हजार 48 गोवंश इस रोग से ग्रसित था। जिनमें से 6 हजार 656 रिकवर हो चुका है। 992 गौवंश की मृत्यु इस रोग से हुई है। अब नए केस नहीं मिल रहे। अगले 10 दिनों में सभी रोग ग्रस्त गौवंश रिकवर हो जाएगा। मृत पशुओं को ग्राम पंचायत में जेसीबी से दफनाने की व्यवस्था की गई है। सभी अधिशाषी अधिकारियों और विकास अधिकारियों को इस बाबत पहले ही निर्देशित किया जा चुका है। संसाधनों की कोई कमी नहीं है। बैठक में जिला प्रभारी मंत्री ने सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं शुद्ध के लिए युद्ध, चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, निशुल्क दवा, निशुल्क जांच, मुख्यमंत्री युवा संबल योजना समेत विभिन्न फ्लैगशिप योजनाओं की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंचाने हेतु निर्देशित किया।
बैठक में हनुमानगढ़ विधायक चौ.विनोद कुमार ने कहा कि खाद्य सुरक्षा पोर्टल पर नए नाम जोडऩे को लेकर जो आवेदन आए हैं उनकी अच्छे से जांच कर लें ताकि बाद में किसी का नाम ना हटाना पड़े। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने जिले को बहुत कुछ दिया है। एक-एक विधानसभा में इस साल जो 10-10 करोड़ की सड़कें दी थी, अगर अगले साल भी ये मिल गई तो जिले में कोई भी सड़क बनने से बचेगी ही नहीं। साथ ही कृषि विभाग की प्रशंसा करते हुए कहा कि ये विभाग हमेशा किसानों के काम आता रहा है। कपास में गुलाबी सुंडी ना आए। इसको लेकर एहतियात बरतने की जरूरत है।बैठक में नगर परिषद चेयरमैन श्री गणेश राज बंसल ने कृषि भूमि पर बसी हुई प्राइवेट कॉलोनियों को पीएचईडी की ओर से कनेक्शन नहीं मिलने से होने वाली परेशानी के बारे में जानकारी दी तो एसई पीएचईडी ने बताया कि नीतिगत मामला है और ये राज्य सरकार के स्तर पर विचाराधीन भी है। शीघ्र ही इसमें लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है।
बैठक में दयाराम जाखड़ ने टिब्बी, संगरिया, पीलीबंगा, हनुमानगढ़ के ग्रामीण क्षेत्र में पुरानी आबादी के पुराने नक्शे और खसरे होने से पट्टा नहीं बनने को लेकर आ रही दिक्कत को उठाते हुए ग्रामीण क्षेत्र में शहरी क्षेत्र की तर्ज पर पट्टा बनाने को लेकर सरकार की ओर से अभियान चलाने की बात कही। इससे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। उन्होंने श्रीगंगानगर जिले के लालगढ़ जाटान का उल्लेख करते हुए बताया कि ग्राम पंचायत रहते लोगों के पट्टे नहीं बने लेकिन नगरपालिका बनते ही वहां तीन बार अभियान चलाकर सभी के पट्टे बना दिए गए। इस पर जिला प्रभारी मंत्री ने यह मामला राज्य सरकार के स्तर पर पहुंचाने और इसमें जल्द राहत दिलाने का आश्वासन दिया। बैठक में जिला प्रभारी मंत्री गोविंद राम मेघवाल के अलावा हनुमानगढ़ विधायक चौ. विनोद कुमार, नगर परिषद चेयरमैन गणेश राज बंसल, दयाराम जाखड़, जिला कलेक्टर नथमल डिडेल आदि मौजूद थे।