कर्नाटक. सावरकर के पोस्टर को लेकर उपजे विवाद के बाद कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून और व्यवस्था), आलोक कुमार और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ शिवमोग्गा में बैठक कर कानून व्यवस्था की समीक्षा की। टीपू सुल्तान के अनुयायियों ने मैसूर शासक के बैनर लगाने के लिए सावरकर के पोस्टर हटाने की कोशिश के बाद सोमवार शाम धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी।
गृह मंत्री ने पत्रकारों से कहा कि किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए। देश की आजादी के लिए लडऩे वाले सावरकर का पोस्टर लगाने में गलत क्या है? उन्होंने देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने धर्म के आधार पर कुछ तय नहीं किया। शांति बनी रहनी चाहिए। हमें राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखनी होगी। हम इसकी गहन जांच कर रहे हैं। इस तरह की कोई घटना यहां दोबारा नहीं होनी चाहिए। मंत्री ने शिवमोग्गा झड़प में घायल एक व्यक्ति के स्वास्थ्य की जानकारी लेने के लिए मेगन अस्पताल भी गए।
एडीजीपी ने कहा कि फिलहाल शांति है। पुलिस अधिकारी इलाके में लगातार गश्त कर रहे हैं। गुरुवार तक यहां धारा 144 लागू रहेगी। साथ ही भद्रावती और शिवमोग्गा में शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। हमारे एक हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी इलाके में तैनात हैं। शिवमोग्गा हिंसा पर जब कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि जब जांच चल रही है तो इस मामले पर टिप्पणी करना सही नहीं है। मैंने पुलिस को जांच के निर्देश दिए हैं।