जयपुर. नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री शांति धारीवाल ने जयपुर विकास प्राधिकरण आयुक्त रवि जैन के साथ निर्माणाधीन आईपीडी टॉवर का दौरा किया और परियोजना की प्रगति के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस दौरान धारीवाल ने फर्म एवं संबंधित अधिकारियों को काम में तेजी लाने और परियोजना को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने बी-2 बाईपास, ओटीएस जंक्शन, लक्ष्मी मंदिर तिराहा और जवाहर सर्किल सहित अन्य स्थानों पर चल रहे विकास कार्यों का भी फीडबैक लिया।
आयुक्त रवि जैन ने बताया कि जेडीए द्वारा सभी प्रोजेक्ट की निरंतर मॉनिटरिंग करते हुए तीव्र गति से कार्य करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि एसएमएस अस्पताल में बनाया जा रहा आईपीडी टावर देश का सबसे बड़ा टावर होगा। इस बिल्डिंग में आने वाले मरीजों की सुविधा के लिए 16 लिफ्ट के साथ दो मंजिल पर पार्किंग विकसित की जाएगी। पूरे प्रोजेक्ट को 2 फेज में पूरा किया जाएगा।
प्रोजेक्ट एडवाइजर राकेश भार्गव एवं प्रोजेक्ट कंसलटेंट अनूप भरतरिया ने बताया कि आईपीडी टावर प्रोजेक्ट का मुख्य कार्य जुलाई 2023 तक पूर्ण कर लिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि आईपीडी टावर के साथ ही एसएमएस अस्पताल में इन्टीट्यूट ऑफ कार्डियोवस्कुलर साइंसेज का भी निर्माण किया जाएगा। करीब 588 करोड़ रूपये की लागत से दोनों प्रोजेक्ट को तैयार किया जाएगा।
जाने आईपीडी टावर की खासियत
- 20 ऑपरेशन थिएटर, 100 ओपीडी काउंटर
- दो मंजिला बेसमेंट, 1200 बेड
- एयर एम्बुलेंस के लिए छत पर हेलीपेड
- पहली मजिल पर संगोष्ठी कक्ष, मेडिकल साइंस गैलरी एडमिशन ब्लॉक
- दूसरी मंजिल पर रेडियोलॉजी सेवा, डायग्नोस्टिक, डत्प् सिटी स्कैन
- तीसरी मजिल पर छह आईसीयू वार्ड और संबंधित सेवाएं
- चौथी मजिल पर पोस्ट और प्रीआपरेटिव वार्ड, न्यूक्लियर मेडिसन, लैब एरिया और जनरल वार्ड, कॉटेज और डीलक्स रूम