नई दिल्ली. 30 नवंबर को इस साल का अंतिम चंद्र ग्रहण लगेगा। इसको लेकर काफी उत्साह भी बना हुआ है। क्योंकि कई मायनों में ये चंद्र ग्रहण विशेष माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस दिन कार्तिक पूर्णिमा पर्व मनाया जाएगा। इस कारण चंद्र ग्रहण का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। ज्योतिषियों का कहना है कि सोमवार को लगने वाला चंद्रग्रहण उपच्छाया चंद्र ग्रहण है, इसलिए इस बार सूतक नहीं लगेगा। इस कारण इसे आंखों से भी देखा जा सकता है। ज्योतिषाचार्यों की मानें तो चंद्र ग्रहण हिंदू कैलेंडर के अनुसार कार्तिक शुक्ल की पूर्णिमा तिथि को लगेगा। पंचांग के अनुसार इस दिन रोहिणी नक्षत्र रहेगा। बताया जाता है कि आम तौर पर ग्रहण से 9 घंटे पहले सूतक लग जाता है, लेकिन इस चंद्र ग्रहण में सूतक नहीं लगेगा। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक जब उपच्छाया ग्रहण लगता है तो इसके सूतक काल को मान्य नहीं माना जाता। सूतक काल पूर्ण ग्रहण में मान्य होता है। साल का अंतिम चंद्र ग्रहण चार घंटे 21 मिनट का होगा।
दोपहर 1.02 पर शुरू होगा चन्द्रग्रहण
ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक चंद्र ग्रहण भारतीय समयानुसार दोपहर एक बजकर दो मिनट पर शुरू होगा। अपराह्न 03 बजकर 13 मिनट पर परमग्रास चंद्रग्रहण होगा। शाम 05 बजकर 23 मिनट पर उपच्छाया से अंतिम स्पर्श करेगा। बताया कि चंद्र ग्रहण भारत समेत यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, दक्षिण-पश्चिम अमेरिका आदि क्षेत्रों में दिखाई देगा।
पृथ्वी नहीं पहुंचने देती रोशनी
पृथ्वी चंद्र ग्रहण में रोशनी को चंद्रमा तक नहीं पहुंचने देती है, लेकिन उपच्छाया चंद्र ग्रहण के दौरान चंद्रमा का बिंब धुंधला हो जाता है। चंद्रमा पूरी तरह से काला नहीं होता। चंद्र ग्रहण हमेशा पूर्णिमा को लगता है। इस बार भी 30 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा है।