नई दिल्ली. हर इंसान की बचत की प्रवृति होती है। वह चाहता है की इसकी बचत का लाभ उसे भविष्य में मिले। क्योंकि ये छोटी-छोटी बचत भविष्य में अच्छे या बुरे वक्त में काम आती है। इसलिए निवेश को बेहतर भविष्य के लिए अच्छा माना गया है। ऐसे में स्मॉल सेविंग स्कीम्स सबसे बेहतर विकल्प है। आपके लिए कई ऐसी योजनाएं हैं जिसमें ग्राहक 7.6 प्रतिशत तक उच्च ब्याज दर देती है। 15 साल की लॉक इन अवधि वाली पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना, किसान विकास पत्र, राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र जैसी योजनाएं बेहतर रिर्टन दे रही है जो ग्राहक के भविष्य में काम आने वाली है।
1. सार्वजनिक भविष्य निधि
भविष्य निधि खाता यानी की पीपीएफ। ये देश की सबसे सुरक्षित और सबसे अच्छा ब्याज देने वाली योजना है। इसमें सबसे बड़ा फायदा इनकम टैक्स में छूट का भी है। इसलिए इस योजना को सबसे अच्छा माना गया है। उदाहरण के तौर पर यदि एक ग्राहक पीपीएफ खाते मेें 4000 रुपए महिने में जमा करवाता है तो 15 साल में 7.20 लाख रुपये जमा होंगे। वहीं इस जमा पैसे पर आपको 5.81 लाख रुपए ब्याज के रूप में प्रदान किए जाएंगे। ऐसे में मैच्योरिटी पर ये राशि 1,301,827 के रूप में मिलेगी।
2. सीनियर सिटिजन्स सेविंग स्कीम
ये योजना 60 साल से ऊपर के लोगों के लिए है। इस आयु के भारतीय नागरिक व्यक्तिगत या संयुक्त रूप से योजना के तहत अधिकतम 15 लाख रुपये का निवेश कर सकते हैं। इस योजना का प्रारंभिक कार्यकाल पांच साल का है, जिसे तीन साल की अवधि के लिए केवल एक बार बढ़ाया जा सकता है। इस योजना के तहत 7.4 प्रतिशत की ब्याज दर प्राप्त होती है जो तिमाही आधार पर मिलती है। इस योजना के तहत जमा राशि धारा 80सी के तहत सालाना 1,50,000 रुपए तक की कटौती के योग्य है। इस योजना के तहत मिलने वाला ब्याज पूरी तरह टैक्सेबल है लेकिन आयकर अधिनियम की धारा 80टीटीबी के तहत निवेशक इस योजना के तहत प्राप्त ब्याज पर 50,000 रुपये तक की कटौती का दावा कर सकते हैं।
3. सुकन्या समृद्धि योजना
इस योजना का निर्माण 10 साल से कम उम्र की बच्चियों की शिक्षा और शादी के लिए किया गया है। इसमें निवेशक को 7.6 प्रतिशत रिटर्न मिलता है। इसके तहत निवेशक को खाता खोलने की तारीख से 15 साल की अवधि तक राशि जमा करवानी होती है, जमा की जाने वाली अधिकतम राशि 150,000 रुपये हो सकती है। खाता खोलने की तारीख से 21 साल बाद अकाउंट मैच्योर होता है। इसमें निवेश पर आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये का अधिकतम टैक्स लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
4. नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट
ये योजना 5 साल की परिपक्वता के साथ एक निश्चित आय योजना है। इसमें ब्याज को डिफॉल्ट रूप से रीइनवेस्ट किया जाता है। एक निवेशक सालाना 1.5 लाख रुपये तक का निवेश कर सकता है। इसके अलावा अर्जित ब्याज टैक्स ब्रेक के अंदर शामिल किया जाता है। इस योजना से लाभ के साथ 5 साल के लिए एक स्थिर रिटर्न प्राप्त होता है
5. राष्ट्रीय पेंशन योजना
केन्द्र सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के लिए राष्ट्रीय पेंशन योजना जनवरी में 2004 में शुरू की थी। बाद में इसे 2009 में इसे निजी सेक्टर के कर्मियों के लिए भी शुरू कर दिया गया। इसमें लंबी अवधि में निवेश कर रिटायरमेंट के बाद जहां मंथली पेंशन का इंतजाम कर सकते हैं। वहीं एक मुश्त रकम मिलने का भी प्रावधान किया हुआ है। आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80जी के तहत एनपीएस 50,000 और उससे अधिक की अतिरिक्त कटौती का प्रावधान करता है।