चूरू. मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने एलटी संविदा कार्मिकों के साथ चौकाने वाला बर्ताव किया। जिस एनजीओ ने इन कार्मिकों को रखा था। उस एनजीओ को बदल दिया और एलटी संविदा कार्मिकों को हटा दिया। ऐसे एक या दो नहीं बल्कि पूरे 42 एलटी है। उपर से मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने उनको करीब ढाई माह की तनख्वाह तक नहीं दी। इससे नाराज होकर एलटी कार्मिकों ने शनिवार को मेडिकल कॉलेज में प्रदर्शन किया। उन्होंने कॉलेज के प्रिंसिपल को ज्ञापन सौंपकर उन्हें काम रखने और बकाया चल रही तनख्वाह देने की मांग की। मेडिकल कॉलेज में प्रदर्शन करने के बाद संविदाकार्मिक रैली के रूप में जिला कलक्टर के पास पहुंचे और अपनी पीड़ा बताई। संविदाकर्मियों ने बताया कि करीब ढाई माह पहले मेडिकल कॉलेज में प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से वरिष्ठ लैब टैक्नीशियन, लैब टैक्नीशन, आरए व क प्यूटर ऑपरेटर पद पर 42 कार्मिकों को संविदा पर लगाया गया था। पीडि़तों ने बताया कि दो माह से उन्हें वेतन भी नहीं दिया, इस संबंध में पूर्व में मेडिकल कॉलेज प्राचार्य को अवगत कराने पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बावजूद भी लगातार सेवा देते रहे हैं, अब प्लेसमेंट एजेंसी बदलने की बात कहकर उन्हें निकाल दिया गया है। उन्होंने बताया कि नियमानुसार बिना भुगतान के उन्हें सेवाओं से हटाया नहीं जा सकता है। कलक्टर से भुगतान कराने व प्लसमेंट एजेंसी यथावत रखने की मांग की है। मांग नहीं मानने पर भूख हड़ताल की चेतावनी दी गई है। इस दौरान उन्होंने मेडिकल कॉलेज में भी प्रदर्शन किया और उनकी मांगों का निस्तारण करने की मांग की। एलटी संविदा कार्मिकों ने बताया कि संकट के इस दौर में गुपचुप तरीके से करीब ढाई माह का बकाया मानदेय दिए बिना एनजीओ को बदलना उनके साथ नाइंसाफी है। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।