रतनगढ़. उर्दू को बचाने की मांग को लेकर उर्दू बचाओ संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। उन्होंने ज्ञापन में 13 / 12 / 2004 के फार्मूले को लागू करने के समर्थन में शमशेर भालू खान की ओर से निकाली जा रही दांडी यात्रा का समर्थन किया। उन्होंनें बताया कि इस आन्दोलन के समर्थन में आज गांव राणासर, रतननगर, ऊंटवालिया, मेघसर के लोगों ने प्रदेश की राज्य सरकार के खि़लाफ़ जिला कलक्टर को ज्ञापन दिया। जिसमें राजस्थान सरकार के खि़लाफ़ जन आन्दोलन विशाल रूप लेता नजऱ आ रहा था और ये कार्यकम 10 दिन तक बराबर पैदल चलकर गांव से गांव जोड़कर चूरू कलक्ट्रेट में हल्ला बोल के रूप में शान्ति मार्च निकालकर ज्ञापन दिया जाएगा। जिसमें खास तौर पर अल्पसंख्यक समाज में राजस्थान सरकार के खि़लाफ़ गुस्सा नजऱ आया। आज इस दांडी यात्रा के आन्दोलन को ताक़त प्रदान करने के लिए जिला कलक्ट्रेट पर साथी समशेर भालू खान की जीवन संगिनी अख्तर बानो और उसकी बेटियों के नेतृत्व में साथ ही हजारों की तादाद में पुरुषों ने भी भागीदारी निभाई। अगऱ हमारी मांगे नही मानी गयी तो चुनावों में वोटों का बहिष्कार करके पूरे प्रदेश में अलख जगाएंगे। इस मुद्दे पर पूरे प्रदेश में खाश तौर पर अल्पसंख्यक समुदाय में खासा नाराजग़ी है की जिस कांग्रेस को हमने 70 सालों से सींचने का काम किया वो सत्ता में आते ही हमारे से किए वादे से मुकर गई। उन्होंने ज्ञापन में मदरसा पैराटीचर्स को नियमित करने, स्टाफिंग पैटर्न को अपडेट करने, शाला दर्पण पर अल्पसंख्यक नामांकन को सही तरीके से अंकित करने, निदेशालय व समस्त जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में अल्प भाषा प्रकोष्ठ गठित करने, समस्त डाइट में अल्प भाषा के व्याख्याता कीनियुक्ति करने आदि की मांग की। ज्ञापन देने वालों में इलियास, फारुख, सोहले खान, एडवोकेट रजामुराद, असलम आदि शामिल थे।