नई दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को ध्यान में रखते हुए नोएडा के प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। इसके तहत 18 नवंबर से दिल्ली से नोएडा आने वाले लोगों की औचक कोरोना जांच की जाएगी। ये फैसला जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद लिया। जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए ये फैसला लिया है। इसके तहत दिल्ली व नोएडा के बीच लोगों के आवागमन पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई गई है। विभाग की टीम दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर राहगीरों की कोरोना जांच करेगी। खासकर डीएनडी और चिल्ला में नोएडा-दिल्ली की सीमा पर तैनात टीम कोरोना की जांच करेगी। गौतमबुद्ध नगर जिले में हाल में संक्रमण के बढ़े मामलों की वजह से महामारी से लडऩे के लिए व्यवस्था को चाक चौबंद किया है। सुहास ने कहा कि दिल्ली और अन्य स्थानों से लोगों की आवाजाही की वजह से कोरोना के मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर अधिकारियों को टीम बनाने का निर्देश दिया है।
6396 नए मामले सामने आए
एक अनुमान के मुताबिक दिल्ली में रोजाना 5 हजार से अधिक मामले कोरोना पॉजिटिव के सामने आ रहे हैं जो बेहद ही गंभीर स्थिति में है। इससे लोगों में दहशत में है। दिल्ली में मंगलवार को कोरोना संक्रमण के 6396 नए मामले सामने आए और राष्ट्रीय राजधानी में अब तक संक्रमण के मामलों की संख्या 4 लाख 95 हजार तक पहुंच चुकी है। इसके अलावा राजधानी में कोरोना संक्रमण अब तक 7812 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। सरोजनी नगर मार्केट सहित अन्य बाजारों की बात करें तो सभी जगह सोश्यल डिस्टेंश की पालना कहीं पर नजर नहीं आ रही है। दिल्ली में इस समय कोरोना के कुल मामले 4,95,598 हैं। यहां पर एक्टिव केस की 42004 है और अब तक 4,45,782 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है।