चूरू. जिला कलक्टर डॉ प्रदीप के गावंडे ने सोमवार को राजगढ़ के ढिंगी क्षेत्र में झींगा मछली पालन के खेतों का निरीक्षण किया और किसानों से मुलाकात की। इस मौके पर उन्होंने किसानों से फीडबैक में पाया कि यहां झींगा उत्पादन से किसानों की स्थिति में सुधार हुआ है और अनेक किसान इससे बेहतर आय अर्जित कर रहे हैं। इस पर डॉ गावंडे ने कहा कि आगामी दिनों में सभी संबंधित विभागों के समन्वय से इस पर एक प्रोजेक्ट बनाकर काम किया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कैसे ज्यादा से ज्यादा किसान इससे लाभान्वित हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि खेती और सिंचाई की दृष्टि से चूरू जिले की स्थिति बहुत बेहतर नहीं है, ऐसे में यदि यहां के किसान झींगा पालन जैसे व्यवसाय से जुडते हैं तो उनके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। इस दौरान झींगा पालन से जुड़े रियाजत खान ने कहा कि उन्होंने पहली बार ही यह शुरुआत की है और उन्हें चार महीने में छह लाख की आय हुई है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में अनेक किसान इस खेती से जुडे हैं और लाखों कमा रहे हैं। उन्होंने बताया कि यहां की झींगा मछली ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और खाड़ी देशों में पसंद की जा रही है। पिछले तीन-चार साल से इस क्षेत्र के किसान इस व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। जिले के श्योपुरा गांव के करीब 60 किसान इसका उत्पादन कर रहे हैं। एक अनुमान के अनुसार पिछले सीजन में करीब 360 टन झींगा मछली यहां से सप्लाई की गई है। मछली के वजन के अनुसार 180 रुपये किलो से लेकर 600 रुपये किलो तक के भाव यहां मिल जाते हैं। उन्होंने बताया कि मछली पालन से जुड़े किसान अच्छी आय ले रहे हैं, हालांकि इसके लिए देखरेख बहुत महत्वपूर्ण है। दिन में करीब 18 घंटे पानी में एरियेटर चलाना पड़ता है, जिससे मछलियों को पूरी ऑक्सीजन और पोषण मिलता रहे। क्षेत्र का पानी खारा है लेकिन इसकी गुणवत्ता के मापदंड झींगा पालन के हिसाब से उत्तम हैं। पोषण बनाए रखने के लिए नियमित रूप से आवश्यक दवाएं पानी में डालनी होती हैं। इस दौरान किसान किसान दयानंद, सुभाष महला, हर्ष लांबा आदि भी मौजूद थे।