बीकानेर. ट्रेन का सफर करने वाले यात्रियों के लिए सबसे बड़ी परेशानी लगेज की होती है कि सामान कैसे ले जाएं। ऑटों से ले जाए तो महंगा पड़ता है। ये सब चिंता अब रेलवे प्रशासन की है क्योंकि बैग्स ऑन व्हील्स सेवा के शुरू होने से यात्रियों को लगेज के झंझट से मुक्ति मिल जाएगी। अब तक ये सेवा दिल्ली में ही थी लेकिन अब देश के अन्य राज्यों में भी इस सेवा को शुरू किया जा रहा है। जिसका यात्री लाभ उठा सकेंगे। आपको बता दें कि रेलवे ने 23 अक्टूबर को दिल्ली में बैग्स ऑन व्हील्स की सेवा को में लांच किया गया था। अब दिल्ली के बाद हावड़ा, सूरत, अहमदाबाद, बान्द्रा, कोटा, उदयपुर, हुबली, जयपुर, जोधपुर, बीकानेर और अजमेर स्टेशनों पर भी यह सेवा उपलब्ध होगी। बैग्स ऑन व्हील्स सेवा उत्तर पश्चिम रेलवे जोन के जयपुर व बीकानेर में अगले साल अपे्रल में शुरू हो जाएगी।
आप भी जाने बैग्स ऑन व्हील्स सेवा
बैग्स ऑन व्हील्स सेवा ऐसी सेवा है जिसमें यात्री के सामान को घर से लाने और ले जाने का काम किया जाएगा। इस सेवा के माध्यम से रेलवे का कर्मचारी आपके घर से सामान लेगा और वह उसे रेलवे स्टेशन पर संबंधित डिब्बे या कोच में जाकर रखेगा। ऐसे में यात्री के वजन के बारे में भी नहीं सोचना पड़ेगा। गैर-किराया-राजस्व अर्जन योजना(एनआईएनएफआरआईए) के अंतर्गत एप आधारित बैग्स ऑन व्हील्स सेवा की शुरुआत की जाएगी।
इन स्थानों पर उपलब्ध है ये सेवा
रेलवे ने पहले इस सेवा की शुरुआत नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, दिल्ली जंक्शन, हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन, दिल्ली छावनी रेलवे स्टेशन, दिल्ली सराय रोहिल्ला रेलवे स्टेशन, गाजियाबाद रेलवे स्टेशन और गुरुग्राम रेलवे स्टेशनों पर की थी। अब उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर, जोधपुर, बीकानेर और अजमेर स्टेशनों पर भी यह सेवा उपलब्ध होगी।
इन शहरों में भी शुरू होगी ये सेवा
बैग्स ऑन व्हील्स सेवा हावड़ा, हुबली, बान्द्रा, कोटा, उदयपुर, सूरत, अहमदाबाद समेत अनेक स्टेशनों पर इसकी शुरुआत की जाएगी। इन सभी स्टेशनों पर यह सेवा सम्भवतया अगले साल अप्रेल में शुरू होगी।
एप में देनी होगी जानकारी
इस योजना सेवा योजना एक एप है। जिसमें यात्री को सारी जानकारी भरनी होगी। इसके आधार पर रेलवे यात्री के घर से उसका सामान लेकर ट्रेन में उसके कोच तक पहुंचाएगा। यात्रियों को रेलवे के बीओडब्ल्यू एप पर बुकिंग करनी होगी और मांगी गई जानकारी देनी होगी। बेहद कम शुल्क में यात्री इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। इस सुविधा के लागू हो जाने के बाद वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांग जनों और अकेले यात्रा कर रही महिला यात्रियों के लिए यात्रा काफी आसान और लाभदायक हो जाएगी। इसके लिए सम्बंधित सेवा प्रदाता को अपने कर्मचारी नियुक्त करने होंगे और यात्रियों को शुल्क देना होगा।