नई दिल्ली. बिहार की सियासत में इस बार नीतिश का जादू कमजोर पड़ता जा रहा है। एनडीए में आए बिखराव के बाद बने महागठबंधन ने इस चुनाव में नीतिश कुमार के सामने नई मुश्किलें खड़ी कर दी थी। इसी का परिणाम माना जा रहा है की इस बार बिहार की जनता ने महागठबंधन में अब तक के रुझानों में विश्वास जताया है। बिहार की 243 विधानसभा सीटों में से करीब 210 सीटों पर शुरुआती रुझान आ चुके हैं। इनमें महागठबंधन 120 सीटों पर आगे है, जबकि एनडीए ने 92 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। इस दौरान राजद सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। रुझानों के अनुसार राजद 84 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं, भाजपा ने 50 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। जदयू 38 सीटों पर आगे चल रही है। कांग्रेस ने 18 और वामपंथी दलों ने 7 सीटों पर बढ़त बना रखी है। शुरुआती रुझान के हिसाब से महागठबंधन को फिलहाल पूर्ण बहुमत मिलता नजर आ रहा है और तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बन सकते हैं।
राजनीतिक दल के हिसाब से यह है रुझान
शुरुआती रुझानों पर ध्यान दें तो इनमें तेजस्वी यादव के नेतृत्व में राजद अकेले दम पर 84 सीटों पर आगे चल रहा है। वहीं, भाजपा 50 और जदयू 38 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की हम पार्टी ने एक सीट पर बढ़त बनाई है। शुरुआती दौर में कांग्रेस 18 सीटों पर आगे और वामपंथी दलों ने 7 सीटों पर बढ़त बना रखी है। वहीं, चिराग पासवान की लोजपा सिर्फ एक सीट पर आगे है।
इन दिग्गजों ने बनाई बढ़त
शुरुआती रुझान में हम पार्टी के जीतन राम मांझी इमामगंज में आगे चल रहे हैं। राघोपुर से तेजस्वी यादव ने बढ़त बना रखी है। शिवहर से राजद नेता चेतन आनंद आगे हैं। आपकों बता दें कि चेतन आनंद पहली बार चुनावी मैदान में हैं। उनकी मां लवली आनंद ने भी बढ़त बना ली है। वहीं, पहली बार चुनाव लड़ रहीं श्रेयसी सिंह जमुई सीट से आगे चल रही हैं। उन्होंने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था। मधुबन सीट पर भाजपा के राणा रणधीर सिंह आगे चल रहे हैं। गया से बीजेपी के प्रेम कुमार ने बढ़त बना रखी है। आरा से बीजेपी के अमरेंद्र प्रताप आगे हैं तो बेनापट्टी में भी भाजपा बढ़त बनाए हुए है।