सादुलपुर. सरकार की ओर से प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद पटाखों की बिक्री चोरी छिपे जारी है। इसी का परिणाम है कि वार्ड 21 में स्थित एक छप्पर में पटाखे की चिंगारी से आग लग गई। जिससे छप्पर में रखा सामान जलकर राख हो गया। सूचना पर दमकल मौके पर पहुंची तथा मौहल्लेवासियों के सहयोग से आग पर काबू पाया। वार्ड 21 निवासी सफी मोहम्मद के मकान के अंदर बने पशुओं के लिए छप्पर में आतिशबाजी से आग लग गई। तेज हवा होने से आग ने जोर पकड़ लिया। मोहल्ले के अमित भार्गव, निखिल कुमार, अरबाज बाजिया, अनवर, आसिफ गहलोत, आशीष कौशिक आदि ने आग पर काबू पाने की कोशिश की। इस दौरान दमकल भी मौके पर पहुंच गई। इसके बाद आग पर काबू पाया जा सका। पटाखा व्यवसाइयों ने उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर दीपावली पर पटाखों के विक्रय पर लगाई गई प्रतिबंध को हटाने की मांग की है। ज्ञापन में बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार 2015 से समस्त राजस्थान व भारत के पांच हजार फैक्ट्रियां, वैज्ञानिक संस्थान, नीरी के आदेशानुसार नए केमिकल फार्मूले के तहत ग्रीन पटाखों का निर्माण करने, मापदंडों के अनुसार पटाखों की आपूर्ति की जा रही है। पटाखे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं है और ना ही पर्यावरण को प्रदूषित करते हैं। ज्ञापन में बताया कि पटाखे जलाने से 0.3 प्रदूषण स्तर आता है। जो स्वास्थ्य पर असर नहीं करता है। ज्ञापन देने वालों में सुनीता, हरीष कंदोई, पवन आदि शामिल थे।