चूरू. कोरोना संक्रमण के चलते बंद किए गए सालासर बालाजी मंदिर के पट पांच नवंबर से खुलेंगे। इसको लेकर मंदिर प्रबंध कमेटी ने सारी तैयारियां कर ली है। मंदिर खुलने को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है। दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को कई एहतियात बरतनी भी होगी। सालासर मंदिर में दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं को सालासर टोकन नाम के एप पर जानकारी भरनी होगी। इसके अलावा श्रद्धालु क्यूआर कोड स्कैन करके भी इस एप में मांगी गई जानकारी को भरना होगा। इसके बाद ही वह दर्शन कर सकेगा। गुरुवार को बालाजी मंदिर के पट खुलने को लेकर श्रद्धालुओंं में खासा उत्साह है। बालाजी महाराज के दर्शन के लिए हनुमान सेवा समिति व मन्दिर प्रबंध कमेटी के सदस्यों ने बुधवार शाम को आरती के बाद मन्दिर परिसर में एप लांच किया। कमेटी के मांगीलाल पुजारी ने बताया कि मोबाइल में एप ओपन होने के बाद श्रद्धालुओं को अपनी डिटेल एडिट करने के बाद टोकन प्राप्त होगा। बालाजी महाराज के दर्शन के लिए श्रद्धालु को मन्दिर प्रवेश के समय टोकन की प्रिंट कॉपी या मोबाइल में दिखाना होगा। हनुमान सेवा समिति अध्यक्ष यशोदानन्दन पुजारी ने बताया कि श्रद्धालु को दर्शन करने के लिए अबोहर धर्मशाला के सामने से प्रवेश द्वार लगाया गया है। जहा श्रद्धालुओं को मास्क दिए जाएंगे और सैनेटाइजर करके दर्शन करने के लिए लाईन में लगाया जाएगा। लाइनें ऐसी बनाई गई जिसमें आर-पार श्रद्धालु एक दूसरे को नहीं देख सकेंगे। सुबह 7 बजे से लेकर शाम 9 बजे तक श्रद्धालु बालाजी महाराज के दर्शन कर सकेंगे। एक दिन में करीब 3 हजार श्रद्धालु ही दर्शन कर सकेंगे। इस अवसर पर महावीर प्रसाद पुजारी, सम्पत पुजारी, पुरूषोतम पुजारी, श्रीराम पुजारी, देवकीनन्दन पुजारी, महेश पुजारी, बनवारीलाल पुजारी, रविशंकर पुजारी, मिठनलाल पुजारी, नागरमल पुजारी सहित पुजारी परिवार उपस्थित रहा।