चूरू. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अपील पर चल रहे कोरोना जागरुकता अभियान में चूरू नगर परिषद ने नवाचार करते हुए कठपुतलियों के द्वारा लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क आदि ऐहतियात बरतने का संदेश दिया। चूरू नगरपरिषद सभापति पायल सैनी की अध्यक्षता में मंगलवार को शहर के इन्द्रमणी पार्क के समक्ष आयोजित इस कठपुतली जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि जिला कलक्टर डॉ प्रदीप के गांवडे ने कहा कि नगरपरिषद द्वारा कोरोना के प्रति आमजन को जागरूक करने के लिये किये जा रहे नित नये नवाचारों से लोगो में न केवल जागरूकता आ रही है बल्कि नगरपरिषद द्वारा मास्क वैन के जरीये निशुल्क वितरित किये जा रहे मास्क का उपयोग भी लोग करने लगे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना की चैन तोडने के लिये जन भागीदारी और जागरूकता ही फिलहाल एक मात्र उपाय है।
हर व्यक्ति के चेहरे पर हो मास्क यही मंशा
सभापति पायल सैनी ने कहा कि नगरपरिषद का यह प्रयास है कि आगामी दिपावली के त्यौहार तक आम आदमी के चेहरे पर मास्क दिखाई देने लग जाये और सभी के सहयोग से कोरोना की इस लडाई को जीता जा सके। उन्होने कहा कि नगरपरिषद द्वारा किये जा रहे नवाचार आमजन के स्वास्थ्य को बचाने और उनको जागरूक करने के लिये निरंतर किये जा रहे हैं। उसी कडी में आज का यह कठपुतली नृत्य का आयोजन इसलिये किया गया है क्योकि कठपुतली नृत्य प्रदेश की बहुत ही प्राचीन और अदभूत कला है जो कि लुप्त प्राय होती जा रही है। इस कला को जीवित रखने और आने वाली पीढियो को इसकी जानकारी देने के उदेश्य को लेकर यह कार्यक्रम और भी प्रासंगिक हो गया है।
कलाकारों ने दिया संदेश
मुकुंदगढ के कलाकारों द्वारा सामाजिक दूरी के साथ कठपुतलियों के माध्यम से मरीज, डॉक्टर आदि के संवादों के जरीये प्रभावशाली प्रस्तुति देकर आमजन को कोरोना के प्रति जागरूक किया गया जिसका बडी संख्या में उपस्थितजनों ने लाभ उठाया। नगरपरिषद पीआरओ किशन उपाध्याय के संयोजन के हुए कार्यक्रम में नगरपरिषद सचिव हेमन्त तंवर, राजस्व अधिकारी सीताराम कुमावत, सहायक अभियन्ता आत्माराम प्रजापति, रणजीत सिंह, लेखा अधिकारी अभिषेक लाम्बा, रमजान खान, पार्षद राजकुमार सारस्वत, चन्द्रप्रकाश सैनी, महेश मिश्रा शाहरूक खान, तौफिक खान, समीउल्लाह, बालीबाई, रामेश्वर नायक, अनीश खान एलमाण, गिरधारी भाम्बी, विनोद खटिक, गौकुल शर्मा, पार्षद प्रतिनिधि विजय सारस्वत, तारिक नागौरी, लोकेश सैनी, अजीज, अनिल बालाण, डुंगरमल सैनी बाबा, आदि मौजूद थे।