जयपुर. राजस्थान कांग्रेस की सियासत में आए भूचाल को थामने कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अजय माकन दो दिन से जयपुर मे डेरा डाले हुए हैं। इस दौरान उन्होंने विधायकों से वन-टू-वन चर्चा कर सरकार के मंत्रियों के कामकाज का फीडबैक लिया। इसमें विधायकों की कई मंत्रियों से नाराजगी सामने आई। क्योंकि प्रदेश में राज्य मंत्रिमंडल में फेरबदल व जिला कांग्रेस अध्यक्ष पदों पर जल्द नियुक्तियां प्रस्तावित है। असंतुष्ट नेता व पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के समर्थक सत्ता में बड़ी हिस्सेदारी की मांग कर रहे हैं। जिसको लेकर ये पूरी कवायद की जा रही है। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); दो दिन के संवाद के बाद माकन का बयान ये बयान महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जिसमें उन्होंने पत्रकारों से कहा कि कुछ मंत्री हैं जो सरकार में पद छोडऩा चाहते हैं। हमें ऐसे लोगों पर गर्व है। उनके इस बयान से एक बात साफ हो गई है कि गहलोत सरकार के कुछ मंत्री पद से स्तीफा देना चाहते हैं। ताकि नए चेहरों को मौका दिया जा सके। माकन ने ये भी कहा है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस राजस्थान में फिर सत्ता में आएगी। हम हमारे सदस्यों के बल पर यह कर दिखाएंगे, जो कि सब छोडऩे को तैयार हैं और संगठन के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं।
माकन ने इनसे भी की मुलाकात
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि राजस्थान के मंत्रियों ने मेरा खुद का उदाहरण दिया और कहा कि 2013 में उन्होंने संगठन का काम करने के लिए मंत्री पद छोड़ दिया था। माकन ने विधायकों के अलावा सीएम अशोक गहलोत, सचिन पायलट, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, स्पीकर सीपी जोशी से भी मुलाकात की। सभी ने कहा कि उन्हें हाईकमान में पूरा विश्वास है। उन्हें हाईकमान द्वारा जो भी भूमिका दी जाएगी, वह वे पूरी तरह निभाएंगे। माकन ने गहलोत सरकार के कामकाज की भी तारीफ की।
