बेंगलुरु, एएनआइ. कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार ने गुरुवार को राज्य विधानसभा में किसानों के मुद्दों पर चर्चा के लिए समय नहीं दिए जाने पर नाराजगी जताई और विवादास्पद टिप्पणी कर दी। विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी के इस बयान पर कि हमें स्थिति समझनी होगी… विधानसभा में बोलते हुए केआर रमेश कुमार ने कहा- ‘एक कहावत है कि जब दुष्कर्म अपरिहार्य हो तो लेट जाओ और इसका आनंद लो। आप ठीक इसी स्थिति में हैं।
दरअसल कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक की टिप्पणी तब हुई जब विधायक, विधानसभा में किसानों के मुद्दों पर चर्चा के लिए अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी से समय मांगने लगे। स्पीकर ने सदस्यों से पूछा कि अगर सभी को समय दिया तो सत्र कैसे चलेगा। स्पीकर ने सदस्यों से कहा कि आप जो भी तय करेंगे मैं हां कहूंगा। मैं जो सोच रहा हूं वह यह है कि हम स्थिति का आनंद लें। मैं सिस्टम को नियंत्रित नहीं कर सकता, मेरी चिंता सदन के कामकाज के बारे में है, इस पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। इस पर कांग्रेस विधायक रमेश कुमार ने आपत्तिजनक टिप्पणी की और अध्यक्ष समेत अन्य सदस्यों को हंसते देखा और सुना गया।
वहीं समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक कर्नाटक सरकार ने गुरुवार को राज्य विधानसभा में आयुष यूनिवर्सिटी बिल और यूनिवर्सिटी आफ विश्वेश्वरैया कालेज आफ इंजीनियरिंग बिल सहित तीन विधेयक पेश किए गए। रिपोर्ट के मुताबिक शिवमोग्गा में आयुष यूनिवर्सिटी के जरिए आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी और होम्योपैथी चिकित्सा प्रणालियों के क्षेत्रों में एक उत्कृष्ट विश्वविद्यालय विकसित करना है।
सरकार ने कहा कि इस विश्वविद्यालय का उद्देश्य शिक्षा, अनुसंधान, परामर्श, प्रशिक्षण और ज्ञान के क्षेत्र में एक मानक निर्धारित करने के साथ ही उपचार के वैकल्पिक तरीकों के क्षेत्र में नए प्रतिमान स्थापित करने हैं। सरकार ने कहा कि आयुष कालेज में मौजूदा सुविधाओं के लिए लगभग 20 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इसमें कोई अतिरिक्त खर्च शामिल नहीं है।