चंडीगढ़/लुधियाना, एएनआइ. पंजाब के कार्यकारी डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने लुधियाना अदालत परिसर में हुए बम ब्लास्ट मामले में शनिवार को अहम खुलासा किया है। डीजीपी ने कहा कि ब्लास्ट का मुख्य आरोपित पुलिस से बर्खास्त हेड कांस्टेबल गगनदीप सिंह था। वह ब्लास्ट में मारा गया। एसटीएफ ने नारकोटिक्स ड्रग के मामले में गगनदीप को गिर 2019 में गिरफ्तार किया था।
डीजीपी ने कहा कि लुधियाना ब्लास्ट बहुत शक्तिशाली था। मौके से हमें काफी लीड मिले। मृतक के हाथ पर बन टैटू से उसकी पहचान हुई है। वह विस्फोटक लेकर आ रहा था। इसी दौरान ब्लास्ट हो गया। जांच में पुलिस को पुख्ता सबूत मिले हैं। डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय का कहना है कि धमाके का उद्देश्य पंजाब की शांति भंग करना था, लेकिन पुलिस ने घटना के मास्टरमाइंड का पता कुछ ही घंटों में लगा दिया।
Ludhiana Court Blast Case | The deceased person, former policeman Gagandeep Singh was carrying the explosion. He was dismissed from service in 2019 and spent two years in jail following his arrest in a drug-trafficking case: Punjab DGP Siddharth Chattopadhyaya pic.twitter.com/wmaGR3qrWL
— ANI (@ANI) December 25, 2021
लुधियाना के जिला अदालत परिसर में बीते वीरवार को हुए बम धमाके के मामले में पुलिस ने चार संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है। जांच में सामने आया है कि पाकिस्तान में बैठे बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआइ) के आतंकी रिंदा संधू ने पंजाब पुलिस के बर्खास्त हेड कांस्टेबल गगनदीप से ब्लास्ट करवाया था। गगनदीप नशा तस्करी के केस में बर्खास्त था और ढाई माह पहले ही जमानत पर बाहर आया था। इस घटना में पाकिस्तान से संचालित खालिस्तान समर्थक आतंकी संगठनों का हाथ सामने आया है।
गगनदीप के दो साथियों को रिमांड पर लाने की तैयारी
गौरतलब है कि गगनदीप को वर्ष 2019 में हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया था। वह दिल्ली से हेरोइन लाने वाले नाइजीरियाई तस्करों के संपर्क में था। वह उनसे हेरोइन लेकर आगे सप्लाई करता था। मामले में जब वह जेल गया तो उसके लिंक बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़े। गगनदीप के दो साथियों को पुलिस लुधियाना जेल से रिमांड पर लाने की तैयारी कर रही है। इनमें एक नाइजीरियन हैरिसन और दूसरा अनमोल है। ये दोनों गगनदीप के साथ हेरोइन के साथ पकड़े गए थे। सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश करेंगी कि जेल में गगनदीप किन आतंकी संगठनों के संपर्क में आया था।