जयपुर. राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम प्रशासन के सक्षम मार्गदर्शन एवं अभियन्ताओं के अथक प्रयासों से राणा प्रताप सागर पन विद्युत गृह की 43 मेगावाट क्षमता की इकाई संख्या 1 को 29 दिसम्बर, 2021 अपरान्ह 4 बजकर 21 मिनट पर सिक्रोनाइज कर पुनः विद्युत उत्पादन शुरू कर दिया गया है। पूर्ण क्षमता से संचालित होने पर इस इकाई से प्रतिदिन 10.32 लाख यूनिट विद्युत उत्पादन किया जायेगा।
गौरतलब है कि राजस्थान एवं मध्यप्रदेश राज्यों की साझा चम्बल घाटी परियोजना के अन्तर्गत वर्ष 1968 में चम्बल नदी पर बने राज्य के राणा प्रताप सागर बांध पर स्थापित 172 मेगावाट (43 मेगावाट 4 यूनिट) क्षमता के पन बिजलीघर का उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व. श्रीमती इन्दिरा गांधी द्वारा किया गया था। वर्ष 1968 में स्थापना के पश्चात राणा प्रताप सागर पन बिजलीघर से 2,365 करोड़ यूनिट की सबसे सस्ती एवं हरित विद्युत ऊर्जा का उत्पादन किया जा चुका है।

उल्लेखनीय है कि चम्बल नदी में 14 सितम्बर, 2019 को उत्पन्न हुई भीषण जल विभीषिका में पन बिजलीघर की चारों इकाइयां पूर्ण रूप से जलमग्न हो गयी थी। 51 वर्ष पुरानी इन इकाइयों से पुनः विद्युत उत्पादन हेतु पुनरूद्धार योजना प्रस्तावित की गई थी, जिसमें 5-6 वर्षों तक इकाइयों के बंद रहने का अनुमान बताया गया था। लेकिन उत्पादन निगम के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक ने अभियन्ताओं के दीर्ध तकनीकी अनुभव एवं सतत प्रयासों से इकाईयों को न्यूनतम खर्चे में पुनः विद्युत उत्पादन हेतु तैयार करने के लिए विभिन्न विद्युतगृहों में कार्यरत तकनीकी विशेषज्ञों की टीम गठित कर पुनःसंचालन कार्ययोजना बनाई। उक्त टीम ने समस्त तकनीकी पहलुओं का गहराई से अध्ययन कर न्यूनतम खर्च में विभिन्न जटिल कार्य सम्पादित कर विद्युत उत्पादन प्रारम्भ करने की संभावना को तलाशा। इसी दौरान कोविड-19 की द्वितीय लहर की चुनौती के मध्य पुनःसंचालन कार्य के दौरान अनेकानेक परेशानियों, लॉकडाउन, अन्तर्राज्यीय/अन्तर जिला प्रतिबंधों के बावजूद अथक प्रयास करके कई तकनीकी जटिलताओं का समाधान कर इकाई संख्या 1 से विद्युत उत्पादन प्रारम्भ किया गया है।
राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक श्री आर.के. शर्मा ने इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर कर पन विद्युतगृह के सभी अभियंताओं एवं कर्मचारियों को बधाई देते हुए बताया कि निगम के कुशल अभियंताओ की देखरेख एवं अनवरत मेहनत के कारण ही इस इकाई से पुनः विद्युत उत्पादन शुरू किया गया है। उन्होने शीघ्र ही चतुर्थ इकाई को भी अतिशीध्र पुनःसचालन करने के निर्देश दिए। इकाई से विद्युत उत्पादन शुरु करने में मुख्य अभियन्ता देवेन्द्र श्रृंगी, अधीक्षण अभियन्ता नरेन्द्र सिंह, संजय बाहेती, अधिशाषी अभियंता राजकुमार गुप्ता, राजीव रोलीवाल, आशीष जैन, धीरज गुप्ता, सहायक अभियंता राजेश गुप्ता सहित समस्त पन बिजलीघर के अभियंता एवं तकनीकी कार्मिकों का विशेष योगदान रहा है।