बीकानेर. आम जनता को राहत प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित किए जा रहे प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत सोमवार को छत्तरगढ़ उपखंड की ग्राम पंचायत संसारदेसर 3 आरजेडी में आयोजित शिविर के दौरान एक मृतक के आश्रितों को मौके पर ही बैंक द्वारा बीमा क्लेम राशि दिलवाई गई। दरअसल शिविर में ताराचन्द पुत्र मोहनलाल ने शिविर प्रभारी के समक्ष उपस्थित होकर निवेदन किया कि उसके पिता की मृत्यु होने पर परिवार आर्थिक तंगी से गुजर बसर कर रहा है। उन्हें किसी भी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिलता है।
इस पर शिविर प्रभारी ने तत्काल संज्ञान लेते हुए बैंक मैनेजर से परिवादी के पिता के नाम से किसी भी प्रकार का बीमा होने की जानकारी ली। शिविर में उपस्थित बैंक बीसी के जरिये बैंक मेनेजर से वार्ता करते हुए प्रार्थी को शिविर में ही सहायता प्रदान करने के निर्देश दिये। जिस पर संबंधित विभाग ने प्रकरण की जांच करते हुए प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना में परिवादी के पिता के नाम से 330 रुपए का प्रीमियम राशि जमा होने की सूचना दी। इस पर भारतीय स्टेट बैंक छत्तरगढ़ के मैनेजर ने बीमित व्यक्ति के नॉमिनी ताराचन्द पुत्र स्व. मोहनलाल को एवं उसके परिवार को दो लाख रुपए का चेक प्रदान किया। शिविर स्थल पर ही तत्काल मिली राहत से आश्रित परिवार जनों की आंखों से आंसू छलक आए। परिवादी ने प्रशासन गांवो के संग अभियान चलाए जाने हेतु मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए प्रशासन का भी धन्यवाद ज्ञापित किया।
बावन वर्षों बाद रिकॉर्ड में दुरूस्त हुआ नाम, जताया आभार
बीकानेर। प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत सोमवार को बीकानेर उपखंड की लाखुसर ग्राम पंचायत में आयोजित शिविर भतुराम के लिए राहत भरा रहा। भतुराम ने बताया कि 52 वर्षों से राजस्व रिकॉर्ड में उनका नाम भतुराम के स्थान पर भागीरथ चल रहा था। इसके चलते वे तमाम सरकारी योजनाओं का लाभ लेने से वंचित थे। बार-बार कोशिशों के बावजूद नाम शुद्धीकरण नहीं हो पा रहा था। इसे लेकर वे काफी परेशान भी थे। ग्राम पंचायत लाखुसर में शिविर आयोजित होने की सूचना पर उन्होंने शिविर में आकर नाम शुद्धीकरण के लिए आवेदन किया। शिविर में अधिकारियों के सहयोग से पिछले 52 वर्षों से लम्बित उनका कार्य महज कुछ घंटों में हो गया। जमाबंदी में भी उनके नाम की त्रुटि को शुद्ध किया गया। उन्होंने सरकार का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि आमजन के दुख दर्द को दूर करने की दिशा में ऐसे शिविर अहम साबित होंगे।