जयपुर. जनजाति क्षेत्रीय विकास (टीएडी) राज्य मंत्री अर्जुनसिंह बामनिया ने वन धन केन्द्रों के गठन की समीक्षा कर जरूरतमंद एवं पात्र लोगों को जोड़ना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। श्री बामनिया बुधवार को यहां शासन सचिवालय में मारवाड़ क्षेत्रीय जनजाति विकास बोर्ड (माडा) की द्वितीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे।
मंत्री बामनिया ने कहा कि वन क्षेत्र में रहने वाले लोगों को वन धन केन्द्रों से जोड़ने पर ही हम अपने वास्तविक उद्देश्य में सफल हो सकेंगे। इन केन्द्रों के माध्यम से स्थानीय लोग लघु वन उपज एकत्रित कर मूल्य संवर्धन कर अपनी आमदनी बढ़ा सकेंगे। उन्होंने वनाधिकार के लिए प्राप्त सभी दावों का निस्तारण कर इसी माह पट्टे जारी करने के निर्देश दिए। श्री बामनिया ने प्रशिक्षित बेरोजगार जनजाति युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के लिए रोजगार मेले का आयोजन करने के निर्देश दिए। उन्होंने विभिन्न योजनाओं एवं निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए नियमित निरीक्षण करने और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
टीएडी विभाग के शासन सचिव डाॅ. समित शर्मा ने आरएसएलडीसी के माध्यम से प्रशिक्षण के लिए पात्र युवाओं का चयन करने, गहन माॅनिटरिंग करने और रोजगार दिलवाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। माडा के सदस्य सचिव एवं जोधपुर संभागीय आयुक्त डाॅ. राजेश शर्मा ने बताया कि संभाग के जिला कलक्टर्स के साथ नियमित बैठक कर कार्यों एवं योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की जा रही है। बैठक में विभाग के संयुक्त शासन सचिव श्री निकया गोहाएन उपस्थित थे। टीएडी आयुक्त राजेन्द्र भट्ट, जोधपुर संभाग के जिला कलक्टर एवं जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी तथा अन्य विभागीय अधिकारी वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग से बैठक में शामिल हुए।