जयपुर. चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि कैंसर की जल्द पहचान और जल्द उपचार ही इसका बचाव है। उन्होंने अधिकारियों को सभी जिला अस्पतालों में स्थित कैंसर केयर यूनिट में कैंसर की प्रभावी स्क्रीनिंग और जांच करने के निर्देश दिए हैं। मीणा शुक्रवार को स्वास्थ्य भवन में विश्व कैंसर दिवस पर आयोजित राज्य स्तरीय संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कैंसर की जल्द पहचान और उपचार के लिए पंचायत स्तर तक कैंप आयोजित किए जा रहे हैं। कैंसर के इलाज के लिए मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना का भी दायरा बढ़ाया गया है, ताकि जरूरतमंद लोगों को कैंसर का निशुल्क उपचार मिल सके।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि राज्य में कैंसर की जल्द पहचान के लिए अर्ली डिटेक्शन वैन चलाई जा रही हैं जो न केवल गांव-गांव जाकर लोगों की स्क्रीनिंग और उपचार कर रही है बल्कि लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक भी कर रही है। इन वैनों के द्वारा विगत 2 माह में 9 कैंप लगाए गए हैं जिनमें से 4 हजार लोगों की स्क्रीनिंग कर 278 से ज्यादा लोगों को कैंसर की पहचान कर उन्हें उपचार के लिए अस्पतालों में भर्ती करवाने की सलाह दी गई। जल्द इन वैनों की संख्या में इजाफा किया जाएगा।
जन स्वास्थ्य निदेशक डॉ वीके माथुर ने बताया कि देश में 1 लाख लोगों में से 94 पुरुष और 104 महिला कैंसर की शिकार होती हैं। राज्य में भारत के कुल कैंसर मरीजों की संख्या 6 प्रतिशत है। कैंसर मरीजों की विशेष चिकित्सकीय देखभाल के लिए सभी जिला अस्पतालों पर कैंसर केयर यूनिट स्थापित है जहां प्रशिक्षित चिकित्सक टीम के द्वारा कैंसर मरीजों की जांच, निदान, कीमोथेरेपी, पैलिएटिव केयर परामर्श एवं रेफरल आदि सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। कैंसर के स्टेट नोडल ऑफिसर डॉ रामनिवास मीणा ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा कैंसर बीमारी को नोटिफाइड डिजीज की श्रेणी में रखा गया है। राज्य में कैंसर का डाटा उपलब्ध हो इसके लिए राज्य कैंसर रजिस्ट्री तैयार की जा रही है।
कार्यक्रम के दौरान विश्व कैंसर दिवस के संबंध में प्रस्तुतीकरण दिया गया। साथ ही कैंसर क्षेत्र में विशेषज्ञ एवं अनुभवी व्यक्तियों के सुझाव भी लिए। कैंसर विशेषज्ञ डॉ संदीप जसूजा, डॉ मोहन लाल मीणा व डॉ सुरेश सिंह ने भी विचार व्यक्त किए। इस दौरान चिकित्सा संस्थानों में कैंसर के प्रति जागरूकता लाने संबंधी चार पोस्टरों का भी विमोचन किया गया। कार्यक्रम में मिशन निदेशक जितेंद्र कुमार सोनी, सीफू निदेशक डा.आरपी डोरिया, विशेषाधिकारी डा. बीएल मीणा समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
