जयपुर. Helth minister in hospital: चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर शनिवार को सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती बिजली का करंट लगने से गंभीर रूप से झुलसे कोटा के बच्चों से मिले और उनकी कुशलक्षेम पूछी। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में विस्तार से जानकारी ली और उन्हें बेहतर उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
खींवसर सर्जिकल आईसीयू में भर्ती एक बच्चे, जिसकी हालत अत्यधिक गंभीर है, उससे मिलने पहुंचे और उसके बाद बर्न सेमी आईसीयू में भर्ती अन्य 4 बच्चों से मिले और उनके स्वास्थ्य की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने वरिष्ठ प्लास्टिक सर्जन डॉ. प्रदीप गुप्ता एवं डॉ. राकेश जैन को निर्देश दिए कि बच्चों के उपचार में किसी तरह की कमी नहीं रहे। बच्चों के ट्रीटमेंट और स्वास्थ्य पर लगातार निगरानी बनाए रखें।
चिकित्सा मंत्री ने इस दौरान बच्चों के अभिभावकों से मिलकर विश्वास दिलाया कि एसएमएस अस्पताल में बच्चों को वरिष्ठ चिकित्सा विशेषज्ञों के माध्यम से बेहतर उपचार उपलब्ध कराया जाएगा। बच्चों के इलाज में किसी तरह की कमी नहीं रहेगी। यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारी प्राथमिकता है कि बच्चों को अच्छा इलाज मिले और वे जल्द से जल्द स्वस्थ हों। उन्होंने ईश्वर से बच्चों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना की।
उल्लेखनीय है कि कोटा के सकतपुरा में शुक्रवार को महाशिवरात्रि पर शिव बारात के जुलूस में बच्चे भक्तिभाव के साथ चल रहे थे। एक बच्चे के हाथ में लोहे के पाइप में लगा हुआ झण्डा बिजली के तारों को छू गया और इससे साथ में चल रहे अन्य बच्चे भी करंट से झुलस गए। इनमें से गंभीर 5 बच्चों को जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में रैफर किया गया है।
इससे पहले चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने भी अस्पताल पहुंचकर बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली और चिकित्सकों को बेहतर उपचार के लिए निर्देश दिए। इस अवसर पर एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजीव बगरहट्टा, अधीक्षक डॉ. अचल शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ चिकित्सक उपस्थित थे।