India News24

indianews24
Search
Close this search box.

Follow Us:

शांति धारीवाल को नहीं मिलेगा टिकट? आखिर गहलोत के खास क्यों बनते जा रहे गले की फांस

जयपुर. Vidhansabha Election 2023 राजस्थान की सियासत में भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों की बिसात बिछनी शुरू हो गई है। विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस अब तक पांच सूचियां के जरिए उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। लेकिन इसके बावजूद अभी तक सीएम अशोक गहलोत के करीबी शान्ति धारीवाल को टिकट का इंतजार बना हुआ है। कांग्रेस हाईकमान को चुनौती देने वाले धारीवाल का नाम फिर से सूची में नहीं आने से सियासत का बाजार चर्चाओं से गर्म है। मंत्री शांति धारीवाल का राजनीतिक भविष्य अधर में झूल रहा है। कांग्रेस आलाकमान धारीवाल से इतना नाराज हैं कि उनका पत्ता काटा जा सकता है। इसकी चर्चा सियासी गलियारों में तेजी गूंज रही है।

आखिर हाई कमान को चुनौती देने वाले शांति धारीवाल का क्या होगा?
कांग्रेस की चौथी और पांचवी सूची जारी होने के बाद भी हाड़ौती के कांग्रेसी दिग्गज शांति धारीवाल का नाम नहीं आया है। ऐसे में धारीवाल के समर्थकों के चेहरों पर मायूसी छाई हुई है। उधर, कोटा में धारीवाल के समर्थक कार्यकर्ताओं में इस बार आशा थी कि, शायद चौथी या पांचवी सूची में उन्हें टिकट मिल सकता है। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। अब ये कयास लगाए जा रहे हैं कि शांति धारीवाल का राजनीतिक कैरियर दाव पर है।

क्या हाई कमान को चुनौती देना पड़ रहा भारी
सियासत में शांति धारीवाल के उस बयान को लेकर काफी चर्चा है, जिसमें उन्होंने सियासी संकट के दौरान 25 सितंबर को दिल्ली से आए पर्यवेक्षक के समक्ष बगावत की थी। इसको लेकर कांग्रेसी विधायकों की बैठक में उन्होंने हाई कमान को ललकारते हुए कहा कि ‘कौन है हाई कमानÓ। धारीवाल का ये बयान अब उन पर भारी पडता नजर आ रहा है। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति के बैठक में भी सोनिया गांधी ने शांति धारीवाल के नाम को देखकर इशारों में आपत्ति जताई। उन्होंने इशारों में कहा कि ‘यह वही है ना….। यानि इसके माध्यम से सोनिया ने इशारे में कह दिया कि हाई कमान को चुनौती देने वाले धारीवाल को वह भूली नहीं है।

महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौड़ पर भी नहीं हुआ फैसला
उधर, शांति धारीवाल का साथ निभाने वाले महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौड़ भी हाई कमान के निशाने पर है। इन दोनों नेताओं ने भी धारीवाल का साथ निभाया था। ऐसे में अभी तक उनके टिकट को लेकर भी स्थिति साफ नहीं हो पाई है। महेश जोशी टिकट की मिन्नत को लेकर कभी सालासर बालाजी तो, कभी गिरिराज धणी के यहां परिक्रमा लगाकर धोक लगाते नजर आ रहे हैं। इसी तरह आरटीडीसी के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ जो सीएम अशोक गहलोत के काफी करीबी माने जाते हैं। उनका टिकट भी अभी तक लटका हुआ है। ऐेसे में सियासी गलियारों में कांग्रेस के इन दिग्गजों पर लटकी तलवार कभी भी चल सकती है।

indianews24
Author: indianews24

Facebook
Twitter
LinkedIn
WhatsApp

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *