नई दिल्ली. माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के हत्याकांड की जांच कर रही एसआईटी ने हत्या के आरोपियों से पूछताछ के दौरान अहम जानकारियां हासिल की है। इस दौरान ये बड़ा खुलासा हुआ है कि आरोपियों ने इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए देशी और विदेशी दोनों तरह के हथियारों का इस्तेमाल किया था।
इन तीनों आरोपियों ने महज 16 सेकंड में अतीक और अशरफ पर 34 गोलियां दागी थीं, जिसमें से सनी ने 16, लवलेश ने 13 और अरुण मौर्या ने 3 गोलियां चलाई थी। दरअसल एसआईटी की जांच में हत्याकांड के मुख्य आरोपी सनी सिंह ने बताया कि उसे दिल्ली के गैंगस्टर जितेंद्र गोगी ने एक बड़े काम के लिए हमीरपुर से दिल्ली बुलाया था। उसे जितेंद्र गोगी ने कोर्ट के अंदर एक मर्डर का काम दिया था, जिसके लिए उसने सनी और उसके साथी लवलेश तिवारी को 2 जिगाना पिस्टल दी थी।
आरोपियों ने पूछताछ में ये भी बताया कि गोगी ने ही उन्हें एनसीआर नाम के न्यूज चैनल की माइक आईडी और कैमरा सौंपा था, ताकि किसी को शक ना हो। सनी और लवलेश दिल्ली में गोगी के कहने पर साजिश को अंजाम देते उससे पहले जितेंद्र गोगी की रोहिणी कोर्ट में गोली मारकर हत्या कर दी गई और फिर ये दोनों आरोपी वहां से वापस यूपी लौट आए थे।
सनी सिंह ने बताया कि इनके पास जिगाना पिस्टल सिर्फ 2 दी थी इसलिए ही इन्हें तीसरे आरोपी अरुण मौर्या को देशी मुंगेरी पिस्टल देनी पड़ी। जिससे सिर्फ 3 राउंड फायर हो पाए थे। आरोपियों ने एसआईटी को बताया कि जिस तरह से पंजाब के सिंगर सिद्धु मुसेवाला की लॉरेंस विश्नोई ने हत्या की थी। उसके बाद लॉरेंस को देखकर नाम बनाने की हसरत थी. अब एसआईटी दोबारा प्रतापगढ़ जेल में इन हत्या करने के आरोपियों से पूछताछ करने के इरादे में है।
