टोंक. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बेहतर शिक्षा से ही लोकतंत्र की नींव मजबूत होती है। हमारी सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य को केन्द्र में रखते हुए योजनाएं बनाई हैं। राज्य सरकार द्वारा बालिका शिक्षा को निरंतर प्रोत्साहन दिया जा रहा है। बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 1935 में स्थापित वनस्थली विद्यापीठ महिला शिक्षा के क्षेत्र में एक आदर्श संस्थान के रूप में खड़ा है। गहलोत शुक्रवार को टोंक जिले में वनस्थली विद्यापीठ महिला विश्वविद्यालय के 87वें वार्षिकोत्सव समारोह में विद्यार्थियों को सम्बोधित कर रहे थे। यहां उन्होंने छात्राओं की परेड का निरीक्षण कर सलामी ली तथा झण्डारोहण कर वार्षिकोत्सव का विधिवत शुभारंभ किया। श्री गहलोत ने विश्वविद्यालय परिसर का अवलोकन किया तथा परिसर में स्थित शांताबाई शिक्षा कुटीर व गांधी घर का निरीक्षण किया। इस दौरान विश्वविद्यालय की छात्राओं ने तिलक लगाकर व सूत की माला पहनाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वनस्थली विद्यापीठ देश में सर्वोच्च संस्थानों में अपना स्थान रखता है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री प. जवाहर लाल नेहरू यहां आए एवं संस्थान की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि हम सभी इस संस्थान में आकर गौरवान्वित महसूस करते है। मैं इस विद्यापीठ के संस्थापक व राजस्थान के प्रथम मुख्यमंत्री प. हीरालाल शास्त्री को नमन करता हूं, जिन्होंने देशभर की बालिकाओं को यहां पढऩे का अवसर प्रदान किया।
महिलाएं हर क्षेत्र में आगे
गहलोत ने कहा कि प्रदेश ने महिला शिक्षा में कई कीर्तिमान बनाए हैं। यहां की महिलाओं ने समाज की धुरी बन कर स्त्री शिक्षा के नए आयाम स्थापित किए हैं। प्रदेश में शिक्षा से महिलाएं बौद्धिक, शारीरिक, व्यवहारिक और पारिवारिक स्तर पर मजबूत और सक्षम बन रही हैं। देश की बेटियां आज के आधुनिक और चुनौतीपूर्ण समय में दुनिया के कोने कोने में बड़ी जिम्मेदारियां संभाल रही हैं। उन्होंने कहा कि एक जमाना था जब उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा के लिए हमारे विद्यार्थी अन्य राज्यों में पढऩे जाते थे। आज यहां आईआईटी, आईआईएम, एम्स, ट्रिपलआईटी, आरयूएचएस, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, निफ्ट जैसे राष्ट्रीय स्तर के संस्थान स्थापित हो चुके हैं।
उच्च शिक्षा में राज्य के नवाचार व उपलब्धियां
गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार बालिका षिक्षा और उनके चहुंमुखी विकास के लिए संकल्पबद्ध होकर कार्य कर रही है। राज्य सरकार ने प्रदेश में प्राथमिक से लेकर विश्वविद्यालय स्तर तक बेहतर शिक्षा के लिए सभी प्रयास और नवाचार किए हैं। प्रदेश में 303 नये राजकीय महाविद्यालय खोले गये। इनमें 100 से अधिक कन्या महाविद्यालय हैं। प्रदेश के हर जिले में मेडि़कल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज तथा आईटीआई खोली गई है। 30 हजार विद्यार्थियों को फ्री कोचिंग, 30 हजार छात्राओं को स्कूटी, 500 विद्यार्थियों को विदेश में पढ़ाई जैसे नवाचार किए गए हैं।
युवाओं को मिल रहे बड़े स्तर पर रोजगार के अवसर
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान देश में युवाओं को निजी और सरकारी क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध करवाने वाला अग्रणी राज्य है। राज्य सरकार द्वारा सरकारी नौकरियां देने के साथ निजी क्षेत्र में भी बड़े स्तर पर रोजगार के अवसर सृजित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा युवाओं को 1.25 लाख नौकरियां दी जा चुकी है। लगभग इतनी ही प्रक्रियाधीन है तथा 1 लाख नौकरियों की घोषणा की जा चुकी है। राज्य में 100 से भी अधिक जॉब फेयर आयोजित करने का कार्य राज्य सरकार कर रही है। गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 12 सेनेटरी नैपकिन प्रतिमाह नि:शुल्क दिए जा रहे हैं। सरकारी नौकरियों में वन टाइम रजिस्ट्रेशन के बाद सभी आवेदनों को नि:शुल्क करने की घोषणा की है।
विद्यापीठ के संस्थापकों के नाम पर सड़कों का नामकरण
इस अवसर पर गहलोत ने प. हीरालाल शास्त्री मार्ग जोबनेर (शास्त्री के निवास के सामने से श्रंगार चौक तक जाने वाली सड़क) प. हीरालाल शास्त्री मार्ग जयपुर (चांदपोल बाजार दरवाजे के बाहर से रेलवे स्टेशन तक जाने वाली सड़क) श्रीमती रतन शास्त्री मार्ग (टोंक रोड़ से खण्डाका अस्पताल एवं जयपुरिया अस्पताल होते हुए जेएलएन मार्ग को जाने वाली सड़क) की नामकरण पट्टीका का अनावरण किया। इस दौरान उच्च शिक्षा राज्यमंत्री राजेन्द्र यादव, विधायक प्रशांत बैरवा, विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. ईना आदित्य, विद्यापीठ संस्थान के अध्यक्ष प्रो. सिद्धार्थ शास्त्री, संभागीय आयुक्त भवंरलाल मेहरा, पुलिस महानिरीक्षक रूपिंदर सिंह, जिला कलक्टर श्रीमती चिन्मयी गोपाल, पुलिस अधीक्षक राजर्षि शर्मा सहित बड़ी संख्या में शिक्षकगण एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
