जैसलमेर. तीन हफ्ते पहले जोधपुर में पाकिस्तान में आए विस्थापित हिंदूओ के घरों पर बुलडोजर चलाने के बाद फिर से विस्थापित हिंदुओं के घरों पर बुलडोजर चलाने के मामले में प्रदेश की सियासत में घमासान मच गया है। इस बार गहलोत सरकार ने जैसलमेर में पाकिस्तान से आए विस्थापित हिंदूओ के घरों पर बुलडोजर चलाया है। जैसलमेर के अमरसागर में करीब 40 पाक विस्थापितों के घर जेसीबी से ढहा दिए। ऐसे में अब सभी पाक विस्थापित हिंदु सड़क पर आ गए हैं। जैसलमेर प्रशासन ने इसे अतिक्रमण बताते हुए कार्रवाई की है। वहीं अपना घर टूटने के विरोध में पाक विस्थापित हिंदू प्रशासन के खिलाफ धरने पर बैठ गए हैं। जैसलमेर जिला कलेक्टर टीना डाबी ने बताया कि स्थानीय सरपंच की शिकायत पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। यह लोग सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर रह रहे थे। हैरानी की बात यह है एक तरफ दिसम्बर 21 तक बसी कच्ची बस्तियों में सरकार पट्टे देने जा रही है, वहीं दूसरी ओर बरसो से रह रहे पाकिस्तान विस्थापितों पर इस प्रकार कहर बरपाया जा रहा है। जबकि नेहरू लियाकत पैक्ट के मुताबिक भी सरकार की यह जिम्मेदारी बनती है कि पाकिस्तान से आए इन विस्थापितों के लिए आवास और सुरक्षा का प्रबंध किया जाना चाहिए। जिला प्रशासन की ओर से की गई कार्रनाई के बाद पाक विस्थापित हिंदू जिला मुख्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमारे घरों पर बुलडोजर चलाने के साथ आग लगाई और हमारी महिलाओं से दुव्र्यवहार किया गया है। पाकिस्तानी हिंदुओं का कहना है कि जब तक उन्हें किसी अन्य जगह पर नहीं बसाया जाता, वह घरना जारी रखेंगे।
भाजपा ने कांग्रेस सरकार को घेरा
राजस्थान में भाजपा नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने सरकार को घेरते हुए कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जोधपुर के बाद अब जैसलमेर में पाकिस्तान से आये हिंदू शरणार्थियों के आशियानों को बुलडोजर से रौंदा गया है। ये कांग्रेस सरकार के क्रूर रवैये को दर्शाता है। भयंकर गर्मी में बेघर हुए कई परिवारों के साथ हुए अमानवीय व्यवहार व दयनीय स्थिति की जिम्मेदार गहलोत सरकार है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पाकिस्तान से प्रताडि़त होकर अपनी सरजमीं पर लौटे हिंदू शरणार्थियों के साथ तुष्टिकरण की राजनीति करना बंद करें और इनके रहने की समुचित व्यवस्था करें।
