जयपुर. राजस्थान पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सोलंकी ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा की गयी बजट घोषणाओं की शीघ्र क्रियान्विति की जाकर पशुपालकों को लाभान्वित किया जाये। उन्होंने कहा की राज्य में कृत्रिम गर्भाधान एवं सेक्स सॉर्टेड सीमन जैसी योजनाओं प्रदेश में उन्नत पशुधन विकास के साथ दुग्ध उत्पादन में वृद्धि हुई है तथा राज्य को आज दुग्ध उत्पादन में सर्वोच्च स्थान हासिल करने में कामयाबी प्राप्त हुई है।
सोलंकी शुक्रवार को यहाँ बोर्ड के सभागार में राजस्थान पशुधन विकास बोर्ड के संचालक मंडल की 34 वीं बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने 33 वीं बोर्ड बैठक की कार्यवाही विवरण का अवलोकन के साथ बोर्ड की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति व वार्षिक लेखों का अवलोकन किया। इस मौके पर उन्होंने कृत्रिम गर्भाधान तकनीक प्रदेश में उन्नत नस्लीय पशुधन में क्रन्तिकारी कदम साबित हो रहा है. इसलिए बोर्ड एवं पशुपालन विभाग के अधिकारीयों को प्रत्येक पशुपालक तक तकनीक पहुंचने एवं तकनीक के प्रति जागरूक करने के प्रयास प्राथमिकता से करने चाहिए।
मुख्यमंत्री बजट घोषणाओं से आम पशुपालक होंगे लाभन्वित
सोलंकी ने मुख्यमंत्री बजट घोषणाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने पशुपालकों के प्रति अपनी संवेदनशील सोच का परिचय देते हुए हाल ही के बजट में पशुपालन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण घोषणाएं की है, जो की आम पशुपालकों को लाभान्वित करने के साथ प्रदेश में रोजगार के अवसर विकसित करने में सक्षम योजनाएं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कामधेनु पशु बीमा योजना को शीघ्र ही संचालित करना चाहिए, जिससे पशुपालक पशुधन से होने वाली हानि से बच पाए साथ ही प्रदेश में पशुधन को कोई नुकसान न हो इसके लिए विभागीय अधिकारी प्रभावी योजना तैयार करें।
सेक्स सॉर्टेड सीमन तकनीक से उन्नत नस्लीय पशुधन का हुआ विकास
सोलंकी ने राज्य में संचालित सेक्स सॉर्टेड सीमन तकनीक की विस्तृत जानकारी प्राप्त कर कहा कि राज्य में देशी गौवंश में हो रहे नस्लीय सुधार के लिए सेक्स सॉर्टेड सीमन तकनीक ने अहम भूमिका अदा की है, जिसके अंतर्गत आज न केवल राज्य का पशुपालक उन्नत पशुधन को प्राप्त कर रहा है. बल्कि तकनीक के माध्यम से मादा गौवंश की प्राप्ति की अत्यधिक संभावनाओं की वजह से नर वंशीय पशुधन के आर्थिक बोझ से भी मुक्त हुआ है।
इस मौके पर मौजूद पशुपालन विभाग के शासन सचिव कृष्ण कुणाल ने बोर्ड की आय के संसाधनों की समीक्षा करते हुए कहा कि बोर्ड अपने आय के साधन अधिक से अधिक विकसित करे, जिससे राज्य में पशुधन विकास की राह में नयी तकनीकों को अपनाया जाकर आम पशुपालकों तक पहुंचाया जाये।
इस मौके पर राजस्थान पशुधन विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष चुन्नीलाल राजपुरोहित,सदस्य मनोनीत जुगल भाटी,पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. भवानी सिंह राठौड़, आरसीडीएफ की प्रबंध निदेशक श्रीमती सुषमा अरोड़ा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. नरेंद्र मोहन, वित्तीय सलाहकार मनोज सांडिल्य सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
