जयपुर. सीएम अशोक गहलोत के हेलीकॉप्टर को देरी से उड़ान की मंजूरी मिलने का विवाद गहराता जा रहा है। उड़ान की मंजूरी नहीं मिलने से सीएम अशोक गहलोत को शुक्रवार को अपना सीकर का दौरा निरस्त करना पड़ा। इसको लेकर सीएम गहलोत ने नाराजगी जताते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय पर उड़ान की अनुमति देरी से देने का आरोप लगाए हैं। जवाब में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सीएम अशोक गहलोत के आरोपों को खारिज कर कहा कि विभाग की ओर से सीएम के विमानों के उड़ानों की अनुमति दे दी गई थी। इसको लेकर गृह मंत्रालय ने ट्विटर पर पोस्ट कर स्पष्टीकरण दिया। जवाब में एक बार फिर सीएम अशोक गहलोत ने गृह मंत्रालय पर भ्रम फैलाकर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया है।
गृह मंत्रालय ने कहा उड़ान के लिए अनुमति दे दी थी
सीएम गहलोत के सीकर दौरे को लेकर हेलीकॉप्टर की उड़ान की मंजूरी के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय से परमिशन मांगी गई। इस दौरान सीएम अशोक गहलोत का दावा है कि उन्हें हेलीकॉप्टर उड़ान की परमिशन काफी देरी से मिली। जिसके कारण वे तब तक फ्लाइट से निकल पड़े थे। गहलोत के ट्विटर पर की गई पोस्ट के बाद केंद्रीय मंत्रालय ने गहलोत के इस दावे को खारिज किया। पोस्ट में गृह मंत्रालय ने कहा कि राजस्थान के सीएम की तरफ से सीकर सहित चार उड़ान की अनुमति मांगी गई थी। जो उन्हें दे दी गई। गृह मंत्रालय की ओर से सीएम की फ्लाइट की कोई रिक्वेस्ट को ना मंजूर नहीं किया गया।
सीएम गहलोत ने कहा- सुबह मांगी अनुमति शाम को मिली
केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से ट्विटर पर की पोस्ट के बाद सीएम गहलोत ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि सीएम के हेलीकॉप्टर की उड़ान की अनुमति सुबह 10:48 पर ईमेल के जरिए मांगी गई थी। लेकिन दोपहर 2:50 तक गृह मंत्रालय की ओर से कोई अनुमति नहीं मिली। बाद में सीएम गहलोत ने 2:52 पर ट्विटर पोस्ट कर लोगों को उनके नहीं आने का कारण बताया। गहलोत ने कहा कि 3:58 पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उड़ान की अनुमति दी। लेकिन वे तब तक उदयपुर से जयपुर के लिए प्लेन से निकल चुके थे। सीएम गहलोत ने निशाना लगाते हुए कहा कि मंत्रालय गलत तथ्यों की जानकारी देकर जनता में भ्रम फैलाने का असफल प्रयास कर रहा है।
गहलोत का दावा: उदयपुर से सीकर हेलीकॉप्टर उड़ान की नहीं मिली अनुमति
सीएम अशोक गहलोत ने ट्विटर पर की पोस्ट में केंद्रीय गृह मंत्रालय को जमकर निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि 8 सितंबर को उन्हें उदयपुर से सीकर हेलीकॉप्टर से उडऩे की अनुमति नहीं दी गई। इसके कारण सीकर के सांगलिया का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया। बता दे कि जी-20 की बैठक के कारण केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एयर स्पेस में बिना अनुमति के उड़ान भरने पर रोक लगा रखी है।
गृह मंत्रालय के बचाव में उतरे नेता प्रतिपक्ष राठौड़
सीएम अशोक गहलोत की ओर से केंद्रीय गृह मंत्रालय पर किए हमले को लेकर नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ बचाव में उतर गए। उन्होंने गहलोत पर पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी आप कब तक इस तरह की बयान बाजी के जरिए जनता को गुमराह करने का प्रयास करेंगे। जबकि गृह मंत्रालय ने मुख्यमंत्री जी की किसी भी अनुरोध को अस्वीकार नहीं किया है। गृह मंत्रालय ने मुख्यमंत्री जी के सीकर सहित सभी उडानों की अनुमति के लिए चार अनुरोध प्राप्त हुए थे। जिनको गृह मंत्रालय ने स्वीकृत किया। इसके बावजूद सीएम गहलोत इस तरह के बयानबाजी कर रहे हैं।
