बाड़मेर. राजस्थान के बाड़मेर जिले में बालोतरा कस्बे में दलित विवाहिता से रेप के बाद हत्या मामले ने तूल पकड़ लिया है। जहां घटना के बाद गहलोत सरकार एक बार फिर भाजपा के निशाने पर आ गई है। इस मामले में मृतका के परिजनों और समाज के लोगों का प्रशासन के साथ शनिवार से चल रहा गतिरोध देर रात समाप्त हो चुका है। जहां प्रशासन से सहमति के बाद रविवार अलसुबह 4 बजे मेडिकल बोर्ड की ओर से महिला का पोस्टमार्टम किया गया। वहीं इसके बाद परिजन जोधपुर से शव लेकर रवाना हो गए। जोधपुर में महात्मा गांधी अस्पताल के अधीक्षक डॉ राजश्री बेहरा ने इस बात की पुष्टि करते हुए जानकारी दी कि अलसुबह पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव को लेकर चले गए हैं। गौरतलब है कि प्रशासन से वार्ता के बाद महिला के परिजनों को 35 लाख रुपए मुआवजा और दो परिजनों को सरकारी नौकरी पर सहमति बनी है। इधर रविवार को भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सतीश पूनिया रविवार को बालोतरा में पीडि़त परिजनों से मुलाकात करने पहुंच रहे हैं। वहीं भाजपा ने इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है । जिसमें सांसद पीपी चौधरी, विधायक जोगेश्वर गर्ग और महापौर वनीता सेठ को शामिल किया गया है।
http://ये भी पढ़ें:पायलट के करीबी कांग्रेस विधायक को जान से मारने की धमकी, लॉरेंस के गुर्गे रोहित गोदारा ने फोन पर धमकाया
भाजपा कांग्रेस सरकार पर हमलावर
इस घटना के बाद से भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया रविवार को परिवार को संबल और न्याय दिलाने की बालोतरा के सर्व समाज की मुहिम को समर्थन देने और अपराधियों को सख़्त सजा दिलाने की मांग पर बालोतरा पहुंच गए हैं। वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने पीडि़ता की मौत के लिए गहलोत सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से लगातार अपराधी बेखौफ वारदातों को अंजाम दे रहे हैं और यहां हर दिन महिलाओं और बालिकाओं के साथ अत्याचार, लूट, बलात्कार जैसी घटनाएं हो रही है।
वहीं घटना के मुताबिक बाड़मेर एसपी दिगंत आनंद ने शनिवार को कहा था कि 7 अप्रैल को पीडि़ता के परिजनों ने शिकायत की थी जहां पीडि़ता की मौत से पहले धारा-164 के तहत मजिस्ट्रेट ने बयान दर्ज कर लिए थे। वहीं अब पुलिस मामले की जांच कर रही है.
महिला आयोग ने डीजीपी को लिखा पत्र
इधर मामले पर संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने निष्पक्ष जांच करने की मांग उठाई है। शर्मा ने राजस्थान पुलिस के डीजीपी को एक पत्र लिखते हुए कहा है कि यदि महिला के परिजनों के आरोप सही पाए जाते हैं तो आरोपी के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए।
