जयपुर. राजस्थान में पेपर लीक और भ्रष्टाचार के मसलों पर पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की जन संघर्ष यात्रा लगातार 4 दिन से जारी है। जहां पायलट अब जयपुर पहुंच चुके हैं। इस बीच कर्नाटक के नतीजों में कांग्रेस को ऐतिहासिक जीत मिली है। जिसके बाद अब राजस्थान को लेकर आलाकमान के रुख की चर्चाएं बलवति हो गई है। बताया जा रहा है कि आलाकमान स्तर पर अब गहलोत और पायलट की खींचतान का शीघ्र समाधान निकाला जाएगा। इस बीच राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा का एक बड़ा बयान सामने आया है। जहां रंधावा के पायलट को लेकर बरते जा रहे रुख में नरमी देखी जा रही है।
रंधावा ने कर्नाटक के नतीजों के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि पायलट को अपना छोटा भाई बताया है। रंधावा ने पायलट के परिवार के साथ भी अपने पुराने रिश्ते याद किए। हालांकि, प्रदेश प्रभारी ने पायलट की यात्रा को लेकर कहा कि उनकी यह यात्रा निकालने की टाइमिंग सही नहीं है। मालूम हो कि पिछले माह पायलट के अनशन करने का ऐलान करने के बाद ही रंधावा ने एक बयान जारी कर अनशन को पार्टी विरोधी गतिविधि करार दिया था।
अशोक गहलोत अनुभवी लीडर : रंधावा
शनिवार को दिल्ली में मीडिया से बातचीत में रंधावा को सचिन पायलट की यात्रा पर पूछे सवाल पर कहा कि यात्रा की टाइमिंग गलत है। इसके साथ ही रंधावा ने पहली बार पायलट के परिवार के साथ अपने पुराने रिश्तों को भी याद किया। सियासी गलियारों में रंधावा के नरम रुख को सुलह के संकेत माने जा रहे हैं। इसके अलावा गहलोत को लेकर रंधावा ने कहा कि वह बहुत पुराने नेता हैं जिनके दिलो-दिमाग में कांग्रेस है।
रंधावा ने कहा कि मेरे पिता और पायलट के पिता अपने टाइम के बहुत अच्छे दोस्त रहे हैं और हमारे सालों से पारिवारिक रिश्ते हैं। उन्होंने आगे पायलट को लेकर कहा कि वह मेरे छोटे भाई की तरह है और मैंने पहले भी पायलट की समस्याओं का समाधान निकालने की कोशिश की है और आगे भी साथ लेकर चलने की दिशा में काम कर रहा हूं।
सुलह का रास्ता निकालेंगे : रंधावा
इसके अलावा पायलट की आगे क्या भूमिका तय की जाएगी इस पर रंधावा ने कहा कि वह थोड़े एग्रेसिव नेता है, जबकि उन्हें आशावादी होना चाहिए, उन्होंने कहा कि पायलट के लिए पार्टी में बहुत टाइम है और हमारे यहां भाजपा और कांग्रेस जैसा सिस्टम नहीं है। गहलोत और पायलट के हाल में दिए बयानों पर रंधावा ने कहा कि मेरा हाल के दिनों में वहां जाना नहीं हुआ और मैं जाकर देखूंगा कि किसका बयान उकसाने वाला है।
