नई दिल्ली. चक्रवात मोका तेजी से बढ़ रहा है और शुक्रवार सुबह तक यह भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है। इसके परिणामस्वरूप 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाएं भी चल सकती हैं और इसके बांग्लादेश-म्यांमा तट की ओर बढऩे का अनुमान है। मौसम विभाग कार्यालय ने कहा कि चक्रवात मोका शुक्रवार को और तेज होगा और कॉक्स बाजार और म्यांमा में बंदरगाह शहर सित्त्वे के करीब क्यौकप्यू के बीच रविवार को समुद्र तट से टकराएगा। इसके कारण 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है।
समुद्र में उठ सकती हैं 1.5-2 मीटर ऊंची लहरें ?
मौसम विभाग कार्यालय ने मछुआरों, जहाजों, नावों और ट्रॉलरों को रविवार तक मध्य और पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी तथा उत्तरी अंडमान सागर में नहीं जाने की सलाह दी है। बंगाल की मध्य खाड़ी और उत्तरी अंडमान सागर में नौकायन करने वालों को तट पर लौटने की सलाह दी गई है। आईएमडी ने कॉक्स बाजार के पास बांग्लादेश के निचले तटीय क्षेत्र के लिए 1.5-2 मीटर ऊंची लहरें उठने का अनुमान जताया है।
इन पांच राज्यों में भारी बारिश के आसार
चक्रवाती तूफान के कारण त्रिपुरा और मिजोरम में शनिवार से भारी वर्षा होने की संभावना है। इसके अलावा नगालैंड, मणिपुर और दक्षिण असम में रविवार को कई जगहों पर बारिश की संभावना है। चक्रवात का असर पूर्वोत्तर भारत के राज्य पर भी पड़ेगा। यह भी बताया जा रहा है कि पूर्वोत्तर भारत के पांच राज्यों में भारी बारिश होगी।
मिजोरम, मणिपुर और त्रिपुरा में मोका का असर सबसे ज्यादा?
मौसम विभाग ने कहा कि मिजोरम, मणिपुर और त्रिपुरा राज्य सबसे अधिक प्रभावित होंगे। ये तीनों राज्य बांग्लादेश और म्यांमार की सीमाओं के पास हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, इन राज्यों में तेज बारिश के साथ तेज हवाएं चलेंगी। इसके चलते मिजोरम, मणिपुर और त्रिपुरा राज्यों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
शनिवार को दिखेगा मोका का बड़ा असर?
भारतीय मौसम विभाग ने भी कहा है कि इसका असर वहां के अन्य राज्यों में भी रहेगा। बताया जा रहा है कि टक्कर के वक्त मोका की रफ्तार करीब 180 किलोमीटर प्रति घंटा रही होगी। यह शनिवार रात से रविवार सुबह के बीच टकरा सकता है। इससे त्रिपुरा और मिजोरम में शनिवार से बारिश शुरू होने का अनुमान है। शनिवार से ज्यादातर इलाकों में बारिश शुरू हो जाएगी। रविवार को भी वहां भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। 55 से 65 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। वहीं, मौसम विभाग ने नगालैंड, मणिपुर और दक्षिण असम में कई जगहों पर भारी बारिश की संभावना जताई है।
त्रिपुरा में चेतावनी जारी?
इस बीच मौसम विभाग के इस पूर्वानुमान के बाद त्रिपुरा में अंतिम चेतावनी दी जा रही है। वहां के सभी जिलाधिकारियों को उचित एवं आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। त्रिपुरा सरकार के विशेष सचिव एके भट्टाचार्य ने कहा कि वहां का मौसम विभाग चक्रवात की गति और प्रकृति पर नजर रख रहा है।
लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की तैयारी?
डिजास्टर रिस्पांस फोर्स, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और त्रिपुरा पुलिस को भी अलर्ट रहने का आदेश दिया है। त्रिपुरा के निचले इलाकों, नदी तटीय क्षेत्रों पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। किसी भी खतरे की स्थिति में क्षेत्र के निवासियों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने के निर्देश दिए गए हैं।
