रतनगढ़. रतनगढ़ की खाने वालों, रतनधरा का मान रखो, अभी तक ली अंगड़ाई है बाकी और लड़ाई है, रतनगढ़ को जिला बनाओ, मुख्यमंत्री होश में आओ, रतनगढ़ को जिला बनाओ। ये गगनभेदी नारों की गूंज रतनगढ़ में सुनने को मिली। अवसर था रतनगढ़ को जिला बनाने को लेकर निकाले गए जुलूस का। ये जुलूस दोपहर में रेलवे स्टेशन से रवाना हुआ। इसमें सभी लोगों ने सामाजिक समरसता का परिचय देते हुए स्वत: ही अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। ये आलम शहर में देखते ही बन रहा था। इसमें खास बात देखने लायक ये थे कि शहर का युवा इस बार रतनगढ़ के लिए सड़कों पर देखने को मिला। ये ताकत और एकता देख सभी दंग रह गए। रैली पर शहर में मुख्य स्थानों पर पुष्प भी बरसाए गए। गढ़ परिसर के पास जाते ही ये रैली सभा में तब्दील हो गई। इस दौरान बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष मनीष शर्मा ने कहा कि पास का क्षेत्र सुजानगढ़ के लोग जिले की लड़ाई लउ़ रहे हैं, लेकिन रतनगढ़ के नेता चुप्पी साधे बैठे रहे। इस कारण इस क्षेत्र के युवाओं ने मिलकर ये निर्णय किया। उन्होंने कहा कि जनता कभी माफ नहीं करेगी। सहन करने की पराकाष्ठा अब पार हो चुकी है। परिणाम चाहे जो भी लेकिन इस लड़ाई को जारी रखा जाएगा। इस दौरान हेमंत सारस्वत ने कहा कि जिला बनाओ संघर्ष समिति ने जो आगाज किया है। उससे जनप्रतिनिधियों की आंखें खुल गई है। इस मौके पर बादल महर्षि, नंदकिशोर भार्गव, निखिल इंदौरिया, महेश जोशी, नवल महर्षि सहित अनेक लोगों ने सभा को संबोधित किया। इस मौके पर 100 से अधिक सामाजिक संगठनों ने ज्ञापन देकर रतनगढ़ को जिला बनाने की मांग की। ये आंदोलन रतनगढ़ की जनता को ही समर्पित किया गया है। युवाओं की रैली को देखते हुए पुलिस की माकूल व्यवस्था रही। इस दौरान व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान सांकेतिक बन्द रखकर समर्थन दिया। ज्ञापन देने वालों में व्यापार संघ के अध्यक्ष रामावतार बुबना, प्रकाश पारीक, निखिल इन्दौरिया, बादल महर्षि, एडवोकेट सक्षम शर्मा, सूर्यप्रकाश पारीक, निरंजन तामडायत, राजेन्द्र मारोठिया, ललित रांकावत, रवि रणवीर, विश्वास माकड़, गोपाल जांगिड़, दीपक वशिष्ठ, रामगोपाल चौधरी, कालूराम धर्ड, कमल शर्मा, गंगाराम, सुभाष महर्षि, गोपाल शरण, पंचायत समिति प्रधान मोहिनी देवी खीचड़, पालिकाध्यक्ष अर्चना सारस्वत, किशोरीलाल बील, आप पार्टी की नेत्री संजू बाला शर्मा, आरती महर्षि, कांग्रेस शहर ब्लॉक अध्यक्ष तरुण चाकलान, लालचंद पंवार, गोपीकृष्ण बघेलेवाला, राधेश्याम वर्मा, गोविंद पंवार, सहित कई ज्ञापन सौंपे गए। सभी पार्षदों ने अपने अलग-अलग ज्ञापन दिए। इस मौके पर पीसीसी सदस्य इन्द्राज खीचड़, वरिष्ठ कांग्रेस नेता रमेशचनद्र इन्दौरिया, सरपंच फोर्म के अध्यक्ष उम्मेदसिंह गोलसर, सुरेन्द्र हुड्डा, निरंजन देव रूंथला, महावीर खेताण, सुभाष महर्षि, भारती मुदगल सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। सर्व सारस्वत ब्राह्मण सेवा संस्थान की ओर से उप कोषाध्यक्ष मनमोहन सारस्वत, उप सचिव पवन सारस्वत, महेश सारस्वत, संतो माटोलिया, मनीष रिणवां, गणेश सोनी, ओम सारस्वत, अणतुराम स्वामी सहित समाज के सैकड़ों लोगों ने ज्ञापन सौंपा।
पुष्प वर्षा से किया स्वागत
रैली रेलवे स्टेशन से रवाना होकर जैसे ही जालान चिकित्सालय के पास पहुंची। यहां पर ओम शांति फाउण्डेशन की ओर से पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। इससे लोग अभिभूत हो गए और नारे लगाते समय उत्साह का संचार हो गया।
युवाओं ने दिया संदेश
युवाओं ने रतनगढ़ को जिला बनाने की मांग को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से रैली निकाली। इस रैली में देखने वाली बात ये रही कि रैली में किसी तरह से कोई घटना नहीं हुई। सामाजिक समरसता का परिचय देते हुए युवाओं ने अदभुत संदेश दिया। जिसकी सर्वत्र प्रशंसा की जा रही है।
जिला बनना रतनगढ़ का अधिकार इसे लेकर रहेंगे
युवाओं ने कहा कि रतनगढ़ को जिला बनाना मांग ही नहीं अपितु हर रतनगढ़ वासी का अधिकार है और इस अधिकार को हम लेकर रहेंगे। भौगोलिक व सामाजिक दृष्टि से रतनगढ़ ही जिला बनाए जाने की पूरी पात्रता रखता है। जिला बनाने की मांग बहुत पुरानी है और रतनगढ़ को जिला बनाने की घोषणा कर मुख्यमंत्री रतनगढ़ वासियों को सौगात दे।
इन संगठनों ने निभाई भागीदारी
रतनगढ़ को जिला बनाने की मांग को लेकर विभिन्न संगठनों ने भी भागीदारी निभाई। इसमें सप्तऋषि ब्राह्मण महासभा, विप्र फाउंडेशन, ट्रेड यूनियन, कपड़ा व्यापार संघ फुटवियर एवं होजरी संघ, थड़ी व्यापार संघ, मोबाईल एसोसिएशन, लायंस क्लब, श्याम मोरछड़ी दीवाने परिवार, सभी 45 वार्डो के पार्षद, बहुजन समाज पार्टी, आम आदमी पार्टी, सफाई मजदूर संघ, बाल्मीकि समाज, ओम शांति फाउंडेशन, रतनगढ़ होजरी एवं कपड़ा व्यापार संघ, अनुसुचित जाति एवं जनजाति समाज, डॉ अम्बेडकर स्टूडेंट फं्रट ऑफ इंडिया राजस्थान, बुद्ध धम्म अम्बेडकर समारोह समिति रतनगढ़, नगर पालिका रतनगढ़ के पार्षद, सर्व सारस्वत ब्राह्मण सेवा संस्थान के पदाधिकारियों अपनी-अपनी तरफ से ज्ञापन देकर रतनगढ़ को जिला बनाने की मांग की।
इसलिए रतनगढ़ जिला बनने के लायक
- रतनगढ़ से निम्नलिखित शहरों की दूरी रतनगढ़ से सालासर 45 कि.मी.. रतनगढ़ से सुजानगढ़ 46 कि.मी. वाया छापर, रतनगढ़ से बीदासर 45 किमी, रतनगढ़ से सरदारशहर 46 किमी रतनगढ़ से मानीपुरा 69 किमी, रतनगढ़ से राजलदेसर 15 किमी, रतनगढ़ से मोमासर 35 किमी, रतनगढ़ से श्री डूंगरगढ़ 60 किमी और रतनगढ़ से फतेहपुर 35 किमी दूरियों पर स्थित है।
- इनके समस्त ग्रामीण क्षेत्र का रतनगढ़ से सीधा सुगम मार्ग है।
- रतनगढ़ से मेगा हाईवे, नेशनल हाईवे नं. 11. स्टेट हाईवे नं.7 गुजरता है।
- रतनगढ़ से 24 घंटे की यातायात सुविधा उपलब्ध है।
- रतनगढ़ प्रदेश को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ता है।
- यहां पर रेलवे का बड़ा जंक्शन है। जो रतनगढ़ को देश के विभिन्न हिस्सों से जोड़ता है।
- रतनगढ़ में जिला स्तर का मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय स्थापित है। प्रदेश का ये पहला ऐसा क्षेत्र है जहां पर ये कार्यालय है।
- रतनगढ़ राजकीय जिला चिकित्सालय स्थापित है।
- तनगढ़ में दो राजकीय महाविद्यालय स्थापित हैं। जिसमें पोस्ट ग्रेजवेशन तक शिक्षा दी जाती है।
- रतनगढ़ में जोधपुर डिस्कॉम में जीएसएस 440 एवं 220 केवी का स्टेशन है। यहां से क्षेत्र को चारों तरफ बिजली दी जाती है।
- रतनगढ़ तहसील में ग्राम पडि़हारा में हवाई पट्टी निर्मित है।
- रतनगढ़ में तकनीकी शिक्षा में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान बना हुआ है। जो प्रदेश में दूसरे नम्बर पर है।
- रतनगढ़ में हैड पोस्ट ऑफिस का बड़ा कार्यालय है। इसके साथ-साथ दूरसंचार निगम का कार्यालय भी यहां पर है।
- रतनगढ़ में आयुर्वेद के क्षेत्र में राजस्थान का सबसे बड़ा राजकीय मणिराम धन्वन्तरि मन्दिर एवं अ श्रेणी आयुर्वेदिक चिकित्सालय स्थित है।
- रतनगढ़ में रियाशत कालीन संग्रालय एवं पुस्तकालय बना हुआ है।
- रतनगढ़ में जी.एस.टी. का सी.टी.ओ. ऑफिस बना हुआ है।
इसलिए है की जा रही मांग
गौरतलब है कि रतनगढ़ को पूर्व में 17 दिन के लिए जिला मुख्यालय बनाया गया था, लेकिन किसी कारणवश चूरू को जिला बना दिया गया। रतनगढ़ से नेशनल हाईवे नं 11 पर बीकानेर सम्भाग मात्र 135 किमी की दूरी पर स्थित है तथा हाल ही में सम्भाग बना सीकर भी मात्र 90 किमी की दूरी पर है। रतनगढ़ में औधोगिक क्षेत्र महत्वपूर्ण स्थान है जहां पर हैण्डीक्राफ्ट एवं अन्य वस्तुओं का अन्तराष्ट्रीय व्यापार किया जाता है। पूर्व में यहां ए. आर. एम. रीको का मुख्य केन्द्र बना हुआ था।
