जयपुर. देश में बुलेट ट्रेन की तैयारियां जोरों पर है। सबसे पहले मुंबई-अहमदाबाद के बीच हाई स्पीड ट्रेन चलाने की योजना है। इस ट्रेन के लिए विशेष पटरियां बिछाने का काम चल रहा है। देश के अन्य हिस्सों में भी बुलेट ट्रेन चलाने की योजना हैं। कुछ रूट पर इसके लिए सर्वे भी किया गया है। इन सबके बीच राजस्थान के लिए बड़ी खबर है। बुलेट ट्रेन चाहे जिस रूट पर पहले चले, लेकिन वह सबसे पहले राजस्थान में दौड़ेगी। हाई स्पीड ट्रेन सबसे पहले राजस्थान में ही फर्राटा भरेगी। इसके बाद ही उसका अन्य जगहों पर परिचालन शुरू होगा।
दरअसल, राजस्थान की रजाधानी के फुलेरा में हाई स्पीड ट्रेन के लिए टेस्ट ट्रैक बनाया जा रहा है। यहां बुलेट ट्रेन का परीक्षण किया जाएगा। भारतीय रेल को जल्द बुलेट ट्रेन के दौडऩे लायक नई पटरियां मिल जाएंगी। फुलेरा में नए ट्रैक बिछाने का काम तेजी से चल रहा है। यह ट्रैक उत्तर-पश्चिम रेलवे के गुढ़ा और तथाना मिठरी स्टेशन के बीच बिछाया जा रहा है। यह स्टेशन जोधपुर रेल मंडल के अंतर्गत आता है। बुलेट ट्रेन के लिए विख्यात सांभर झील के पास खास ट्रैक बिछाने का काम चल रहा है। रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन दूसरे चरण के तहत 220 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलने में सक्षम ट्रैक विकसित करना चाहता है.
साल के अंत तक स्पेशल ट्रैक बिछाने का लक्ष्य
टेस्ट ट्रैक के जरिये पटरी की क्षमता, पुल, रॉलिंग स्टॉक, सिग्नल सिस्टम, ट्रैक्शन आदि का परीक्षण किया जाएगा। हाई स्पीड ट्रेन ट्रैक के कुछ हिस्से का निर्माण पूरा किया जा चुका है। इस साल के अंत तक इस स्पेशल ट्रैक का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य रखा है। बता दें कि मुंबई-अहमदाबाद के साथ ही अन्य रेलखंड पर भी बुलेट ट्रेन चलाने की योजना है। भारतीय रेल की प्लानिंग है कि देश के हर बड़े कमर्शियल हिस्से को बुलेट ट्रेन या हाई स्पीड रेल नेटवर्क से जोडऩे की है।
820 करोड़ रुपये लागत का अनुमान
हाई स्पीड ट्रेन के लिए विशेष ट्रैक बिछाने का काम प्रगति पर है. हाई स्पीड ट्रेन के लिए 25 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बिछाई जाएगी. इसे दिसंबर 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. हाई स्पीड ट्रेन के लिए नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड बनाया गया है। ये इससे जुड़े सभी कामकाज को देखता है।