जयपुर. राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के खेमों के बीच राजनीतिक घमासान लगातार तेज हो रहा है। सोमवार को सचिन पायलट की नागौर जिले में आयोजित किसान रैली में गहलोत कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि मैं 75 साल का हो गया हूं। अगर मैं अब भी पद के लिए डटा रहूं और दूसरों को मौका नहीं दूं तो कहां तक उचित है। चौधरी ने कहा कि हमें विचार करने की जररुत है। अगर हम विचार नहीं करेंगे तो युवा धक्का मार कर मौका ले लेंगे।
मंत्री हेमाराम चौधरी ने अपनी गहलोत सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि शान तो इसमें हैं कि हम युवाओं को मौका दे दें। आज किसानों को बिजली नहीं मिल रही है। मेरे पास किसानों के फोन आ रहे हैं। उनका कहना है कि अगर बिजली नहीं थी तो किसानों को पहले ही बता देते वे बुवाई ही नहीं करते। हेमाराम ने कहा कि आप मजबूती से खड़े रहे लेकिन हमारे शासन में किसानों की हालत ठीक नहीं है। ताली एक हाथ से नहीं बजती है। दोनों हाथ से बजती है। कुछ लोग एक हाथ से ताली बजाना चाहते हैं वो दिमाग से निकाल दें। कुछ लोग कांग्रेस की मजबूती के लिए नहीं बल्कि खुद की मजबूती के लिए काम कर रहे हैं।
हेमाराम बोले पायलट हमें जो भी निर्देश दें उस पर आगे बढऩा है
हेमाराम ने मंच पर मौजूद सचिन की ओर इशारा करते हुए कहा कि पायलट के पास आज कोई पद नहीं है। उनको सुनने के लिए इतनी भीड़ आ रही है। ऐसा व्यक्ति मैंने तो आज तक नहीं देखा। पायलट हमें जो भी निर्देश दें उस पर आगे बढऩा है। चौधरी बोले 2013 हम केवल 21 विधायक ही जीते थे। तब सचिन पायलट ने कमान संभाली थी। पायलट ने गांव गांव घूमकर कांग्रेस को मजबूत किया। उनकी वजह से ही 2018 में कांग्रेस सत्ता में आई थी। लेकिन उसके बाद क्या हुआ आपके सामने है। आज पायलट सिर्फ विधायक हैं। इसके बावजूद इतना हुजूम पायलट को सुनने आया है। इसका मतलब है कि जनता का आशीर्वाद पायलट के साथ है।
पायलट ने भी मंच से गहलोत सरकार पर हमला बोला
नागौर के परबतसर में आयोजित इस किसान रैली में सचिन पायलट ने भी पेपर लीक मामले को लेकर इशारों ही इशारों में गहलोत सरकार पर बड़ा हमला बोला। पायलट ने कहा कि छोटे मोटे दलालों पर कार्रवाई के बजाय उनको पकडऩा चाहिए जो सरगना हैं। जो इस तरह के काम होने देते हैं। पायलट ने किसान सभा में याद दिलाया कि कैसे 2013 में कांग्रेस बुरी तरह हारी थी। महज 21 विधायक जीते थे। तब गांव-गांव जाकर कांग्रेस को मजबूत किया। लाठियां खाई। पायलट ने केंद्र सरकार से भी मांग करते हुए कहा कि वह एमएसपी पर कानून बनाए. पायलट ने एमएसपी पर कानून के लिए सभा में एक प्रस्ताव भी रखा।
