जयपुर. निर्यात संवर्धन परिषद के अध्यक्ष राजीव अरोड़ा से मंगलवार को जाम्बिया में भारत के हाई कमीश्नर श्री अशोक कुमार ने उनके उद्योग भवन स्थित कार्यालय में मुलाकात की। बैठक में आयुक्त उद्योग महेन्द्र कुमार पारख, राजसिको की प्रबंध निदेशक डॉ मनीषा अरोड़ा, तथा राजसिको एवं आयुक्त्त उद्योग कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा भाग लिया गया। बैठक में फैडरेशन ऑफ इण्डियन, ग्रेनाइट एण्ड स्टोन इण्डस्ट्री के अध्यक्ष ईशविन्द्र सिंह द्वारा भी भाग लिया गया।
जाम्बिया में भारत के हाई कमीश्नर द्वारा बैठक में यह जानकारी दी गई कि जाम्बिया में कॉपर व मैंगनीज जैसे खनिजों का पर्याप्त भण्डार है। इस देश के साथ व्यापार की व्यापक संभावनाऐं है। वर्तमान में खनिज खनन क्षेत्र में भारत की चार-पांच औद्योगिक ग्रुप्स ने निवेश किया हुआ है। भविष्य में भारत में विकास को देखते हुए और अधिक निवेश संभावना बनी हुई है। भारत से जाम्बिया देश के लिए फार्मा, खाद्य सामग्री, मशीनरी व इलेक्ट्रॉनिक सामान प्रमुख रूप से निर्यात किये जाते हैं। हाई कमीश्नर ने भारतीय कम्पनियों को खनिज के क्षेत्र में निवेश करने का निमंत्रण दिया।
अरोड़ा ने विगत चार-पांच वर्षों से राज्य में हुए निवेश एवं विकास कार्यों की जानकारी दी जिसमें प्रमुख रूप से पर्यटन, खनन क्षेत्र, हस्तशिल्प, खाद्य सामग्री, स्टोन, जैम्स ज्वैलरी आदि प्रमुख है। अरोडा ने यह भी बताया कि राजस्थान का आन्ध्र प्रदेश के बाद निवेश में दूसरा स्थान है। दक्षिण भारत से लगभग 1500 करोड के निवेश राजस्थान में शिफ्ट हुए है, जो आगे भी जारी रहेगा। इस प्रगति को देखते हुए अगले दो- तीन वर्षों में निवेश के अनुकूल राज्यों में राजस्थान को प्रथम स्थान प्राप्त हो जाएगा। अरोडा ने यह भी जानकारी दी कि 20 से 23 मार्च 2023 तक जोधपुर में इन्टरनेशनल एक्सपो का आयोजन किया जा रहा है।
जोधपुर के प्रस्तावित एक्सपो में जाम्बिया के निवेशकों को भाग लेने का आग्रह किया गया है। जिसमें हस्तशिल्प, स्टोन, टैक्सटाइल्स आदि क्षेत्रों में निर्यात की व्यापक संभावना बनेगी । अरोडा ने राजसिको द्वारा आयात निर्यात क्षेत्र में एयर कार्गो कॉम्पलेक्स एवं इनलैण्ड कन्टेनर डिपो के माध्यम से राज्य के आयातकों निर्यातकों को प्रदान की जा रही लॉजिस्टीक सुविधाओं के बारे में भी जानकारी दी।