छोटे-बड़े शहरों और औद्योगिक शहरों में रहने वाले लोगों का सपना होता है, अपना खूबसूरत घर बनाना। ज्यादातर लोग अपनी सैलरी और बचत के मुताबिक फ्लैट खरीदते हैं। अब अगर हम आपसे कोई ये कहें कि किसी पहाड़ी इलाके के गांव में बसने पर सरकार आपको ना सिर्फ एक आलीशान घर देगी, बल्कि आपको करीब 50 लाख रुपये भी देगी। ये सुनकर आपको कैसा लगेगा। जी हां, ये सच है सरकार कुछ ऐसा ही ऑफर यहां आकर रहने वालों को दे रही है। लेकिन इसके लिए सरकार ने कुछ शर्तें निर्धारित कर रखी है। जिसकी आपको पालना करनी पड़ेगी।
ये गांव समुद्रतल से करीब 4,265 फीट की ऊंचाई पर बसा हुआ है। बर्फ से ढके पहाड़ों के बीच बसा ये गांव तुरंत आपका मन मोह लेगा। इसके आसपास का वातावरण साफ-सुथरा है। अगर आप शहर की भागदौड़ और प्रदूषण से परेशान हो चुके हैं तो आप निश्चित तौर पर यहां बसना चाहेंगे।
सरकार क्यों दे रही ये ऑफर
अल्बीनेन नाम का ये गांव स्विट्जरलैंड में स्थित है। अक्सर जब हम किसी पहाड़ी शहर घूमने जाते हैं तो खुली हवा और शानदार वातावरण से वापस नहीं लौटना चाहते हैं। इसके उलट खूबसूरत वादियों के बीच बसे अल्बीनेन गांव में लोग रुक नहीं पा रहे और पलायन कर रहे हैं। डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार इस गांव की आबादी लगातार घट रही है। साल 2020 खत्?म होते होते इस गांव की कुल आबादी 243 लोग रह गई थाी। पलायन रोकने और लोगों को यहां बसाकर इस गांव की अर्थव्यवस्था को चौपट होने से बचाने के लिए स्विस गवर्नमेंट ने ये ऑफर दिया है। बता दें कि ये गांव फ्रांस और इटली की सीमा पर बसा है।
तो लौटानी पड़ेगी ऑफर की राशि
स्विट्जरलैंड की सरकार के ऑफर के मुताबिक, अगर आपके परिवार में चार सदस्य हैं तो हर बालिग मेंबर को करीब 22,500 पाउंड यानी 22 लाख रुपये से ज्यादा और हर बच्चे को करीब 9,000 पाउंड यानी 8 लाख रुपये से ज्यादा दिए जाएंगे। सरकार की शर्त है कि इस गांव में बसने पर ऑफर लेने वालों की उम्र 45 साल से कम होनी चाहिए। यही नहीं, उसका सी परमिट के साथ स्विट्जरलैंड का नागरिक होना भी जरूरी है. अगर आप ऑफर लेना चाहते हैं तो आपको कम से कम 10 साल इसी गांव में रहना पड़ेगा। अगर इससे पहले गांव छोडऩा चाहते हैं तो आपको ऑफर के तहत मिली पूरी रकम लौटानी होगी।
क्यों अल्बीनेन से पलायन कर रहे लोग?
अल्बिनने में नौकरी के मौकों में लगातार कमी हो रही है। लोगों की तादाद इतनी कम हो चुकी है कि यहां के सभी स्कूल बंद हो चुके हैं। बचे हुए 240 लोगों में सिर्फ 7 ही बच्चे हैं। ये बच्चे रोज बस से नजदीक के एक कस्बे में पढऩे के लिए जाते है। यहां के ज्यादातर घर खाली पड़े है। सरकार इन्ही खाली पड़े घरों में लोगों को बसाने का ऑफर कर रही है। यही नहीं, यहां जमीन खरीदकर मकान बनाने की इच्छा रखने वालों को सरकार खासी रियायतें भी देगी। पांच साल पहले गांव के युवाओं ने एक पिटीशन भी लॉन्च की थी। इसमें स्थानीय निकाय से लोगों को यहां रहने के लिए प्रोत्साहित करने को नगद राशि देने की मांग की थी।
