जयपुर. ईडी की टीम जल जीवन मिशन पेयजल योजना में करोड़ों रुपये के घोटाले को लेकर एक्शन मॉड में आ गई है। इस दौरान ईडी ने जयपुर और अलवर के कई ठिकानों पर रेड डाली है। वहीं इस मामले में अब ईडी टीम अब राजस्थान के सीनियर आईएएस अधिकारी और जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल से पूछताछ करने की तैयारी कर रही है। ईडी की टीम ने रेड के दौरान ढाई करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं। साथ ही सोने की एक ईंट भी बरामद हुई है जो करीब 1 किलो वजन की बताई जा रही हैं।
इन लोगों के पास ईडी की टीम को मिली नगदी
जल जीवन मिशन योजना में घोटाले को लेकर ईडी की यह राजस्थान में बड़ी कार्रवाई है। इस दौरान ईडी ने जयपुर विकास प्राधिकरण जेडीए के तहसीलदार सुरेश शर्मा के यहां रेड डाली, जहां कार्रवाई में टीम को 80 लाख रुपए नकद बरामद हुए। इसी तरह रिटायर्ड आरएएस अधिकारी अमिताभ कौशिक के घर से भी ईडी को बड़ी मात्रा में नगदी मिलने की जानकारी सामने आई है।
कैबिनेट मिनिस्टर महेश जोशी के करीबी ईडी के रडार पर
जल जीवन मिशन योजना में हुए करोड़ों रुपए के घोटाले को लेकर ईडी की टीम कैबिनेट मिनिस्टर महेश जोशी पर पूरी नजर बनाए हुए हैं। साथ में मंत्री जोशी के करीब भी ईडी के रडार पर है। इस दौरान रिटायर्ड आरएएस अफसर महेश मित्तल, प्रॉपर्टी कारोबारी संजय बढ़ाया, प्रॉपर्टी कारोबारी कल्याण सिंह काव्या, अधिशासी अभियंता विशाल सक्सेना, मायालाल सैनी और ठेकेदार पदम जैन के घरों पर ईडी का सर्चिंग अभियान चल रहा है।
ईडी की कार्रवाई से पहले बदल दिया मोबाइल
जल जीवन मिशन योजना के घोटाले को लेकर ईडी राजस्थान में सक्रिय है। लेकिन इस कार्रवाई से पहले ही संजय बढ़ाया को इसकी भनक लग गई और कार्रवाई से एक दिन पहले अपना मोबाइल फोन बदल लिया। संजय के उस फोन में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज हैं। जिसको लेकर ईडी संजय से वह फोन हासिल करने का प्रयास कर रही है। ईडी की कार्रवाई के दौरान संजय बढ़ाया और रिटायर्ड आईएस अफसर महेश मित्तल के आवास पर भारी मात्रा में नगदी मिली हैं। जिसको गिनने के लिए मशीन मंगवाई गई। ईडी के अधिकारी महेश मित्तल और संजय बढ़ाया से पूछताछ कर रही है।
ठेकेदार और अफसर भी ईडी की जांच के दायरे में आए
जल जीवन मिशन योजना के घोटाले को लेकर पहली बार गुजरात की टीम को भी जयपुर में कार्रवाई के लिए बुलाया है। इस कार्रवाई में जयपुर और दिल्ली की टीम पहले से ही शामिल है। इस दौरान जयपुर के वैशाली नगर, झोटवाड़ा, सिंधी कैंप और अलवर के दो स्थानों पर ईडी ने रेड मारी। सूत्रों ने बताया कि जलदाय विभाग के जिन अधिकारी और ठेकेदारों को ईडी ने कुछ समय पहले पकड़ा था। वे अब वापस ईडी की जांच के दायरे में है। ईडी ऐसे ठेकेदारों और अधिकारी से मामले की पूछताछ कर सकती है।
आप भी जाने क्या है जल जीवन मिशन घोटाला
जल जीवन मिशन योजना के तहत ग्रामीण इलाकों में पेयजल की व्यवस्था किया जाना था। इसमें 50 प्रतिशत खर्चा राजस्थान और 50 प्रतिशत खर्च केंद्र सरकार को वहन करना था। इसके तहत डीआई डक्टर आयरन पाइपलाइन डाली जानी थी। लेकिन जलदाय विभाग के अफसर और ठेकेदारों ने मिली भगत करते एचडीपीई पाइपलाइन डाली। जिसमें करोड़ों रुपए का घोटाला सामने आया है। इसके अलावा दूसरी पाइपलाइन को नया बात कर पैसा उठा लिया गया। कई किलोमीटर तक पाइपलाइन नहीं डाली। यही नहीं हरियाणा से चोरी कर लाए पाइपों को नया बताकर उन्हें बिछा दिया। इसकी एवज में करोड़ों रुपये का भुगतान उठा लिया गया। इसके अलावा ठेकेदार पंदम चंद जैन ने फर्जी कंपनी के सर्टिफिकेट लगाकर टेंडर हासिल कर लिया। ठेकेदार कांग्रेस के किसी बड़े राजनेता का मित्र बताया जा रहा है।
