जयपुर. भारतीय सेना का नाम आते ही हमारा सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। केन्द्र की एनडीए सरकार ने पिछले साल तीनों सेनाओं में जवानों की भर्ती के लिए अग्निपथ योजना शुरू की थी। सरकार ने अब अग्निपथ योजना के तहत भर्ती प्रक्रिया नियमों में बड़ा बदलाव किया है। भर्ती के नए नियमों की जानकारी देते हुए राजस्थान सेना भर्ती मुख्यालय के डीडीजी बिग्रेडियर जे चौहान ने बताया कि बरसों पुराने भर्ती नियमों को अभ्यर्थियों के हितों में ध्यान रखते हुए बदला हैँ। आईटीआई करने वाले अभ्यर्थियों को भर्ती में बोनस अंक देने का फैसला किया है।
नए नियमों के तहत सेना में शामिल होने के इच्छुक अभ्यर्थी को पहले ज्वॉइन इंडियन आर्मी वेबसाइट पर जाकर एक बार रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य होगा। उसके बाद वो इस साल आयोजित होने वाली सेना भर्ती की किसी भी रैली में भाग लेने के लिए पात्र होगा। उसके रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 15 मार्च तय की गई है। सेना भर्ती से जुड़े अधिकारियों का मानना है कि इस प्रक्रिया के बदलने से रैली में अनावश्यक भीड़ नहीं होगी। आवेदन से लेकर परीक्षा सब ऑनलाइन है। सिस्टम को फेयर बनाया है ताकि जो अभ्यर्थी पढऩे लिखने में तकनीकी रूप से बेहतर होगा उसे मौका मिलेगा।
http://ये भी पढ़ें:इस जिले में बन रही करोड़ों की लागत से लवकुश वाटिका, इस तरह होगी विकसित
सेना भर्ती रैली में ये हुए बड़े बदलाव
- ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना अब अनिवार्य है।
- ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 15 मार्च 2023 तक करना होगा।
- ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद अगले साल ही मौका मिलेगा।
- रैली में रजिस्ट्रेशन के बाद ऑनलाइन परीक्षा आयोजित कराई जाएगी।
- रजिस्ट्रेशन के बाद तुरंत ही परीक्षा के लिए अभ्यर्थी अपना परीक्षा केंद्र चुन सकेगा।
- तय तिथि पर ऑनलाइन परीक्षा देने के लिए अभ्यर्थी को पहुंचना होगा।
- परीक्षा में पास होने पर फिजिकल टेस्ट और दौड़ के लिए बुलाया जाएगा।
- भारतीय सेना मैरिट के आधार पर भर्ती की चयन सूची जारी करेगी।
- आईटीआई करने वाले अभ्यर्थियों को भर्ती में बोनस अंक देने का भी प्रावधान किया है।
भर्ती में तकनीक को प्राथमिकता दी जाएगी
पूर्व में भारतीय सेना की भर्ती रैली में पहले दौड़ होती थी। आवेदन दौडऩे से कुछ समय पहले जमा होता था। लेकिन अब साल में एक ही बार रजिस्ट्रेशन का मौका मिलेगा। उसके बाद पहले लिखित परीक्षा पास करनी होगी और फिर दौड़ सहित अन्य फिजिकल टेस्ट के लिए सेना भर्ती कार्यालय की ओर से बुलाया जाएगा। इस भर्ती में तकनीक को प्राथमिकता दी है। इससे यह माना जा रहा है कि तकनीक के बढ़ते दौर में सेना वीरता के साथ साथ फौज में तकनीकी समझ वाले सैनिक भी भर्ती करना चाहती है ताकि देश पर नापाक नजर रखने वाले दुश्मनों से वीरता और तकनीक की मदद से लड़ाई लड़ी जा सके।