जयपुर. राजस्थान की भाजपा में भाजपा में एक बार फिर बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। विधानसभा चुनाव नजदीक होने के कारण इन बयानों को बड़े ही गंभीरता से देखा जा रहा है। दरअसल केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल पर उन्हीं की पार्टी के एक कद्दावर नेता ने भ्रष्टाचार के आरोप लगा डाले हैं। जिससे सियासी गलियारों में उबाल आया हुआ है। इस आरोप के बाद देश में नई राजनैतिक बहस शुरू हो चुकी है। एक विधायक की ओर से अपनी ही पार्टी के केन्द्रीय मंत्री पर आरोप लगाने के कई मायने निकाले भी जा रहे हैं। आपको बता दें कि ये आरोप कैलाश मेघवाल ने अपनी ही पार्टी के केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल पर लगाए हैं। दोनों ही भाजपा में वरिष्ठ नेता है। गौरतलब है कि कैलाश मेघवाल 3 बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं और पांचवीं बार विधायक हैं। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कैलाश मेघवाल ने ये आरोप क्यों लगाए। इसे लेकर राजनैतिक विश्वलेषक इसके मायने निकाल रहे हैं।
लाल डायरी के वक्त क्यों लगाए गए ये आरोप
राजस्थान में इन दिनों भाजपा लाल डायरी प्रकरण को लेकर कांग्रेस पर मुखर है। प्रदेश के नेताओं से लेकर भाजपा के राष्ट्रीय नेता भी लाल डायरी लहराते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, सहकारिता मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी लाल डायरी को लेकर प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा चुके हैं। ऐसे मौके पर भाजपा के ही एक नेता द्वारा केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर अपनी ही पार्टी को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
इस स्क्रीप्ट के पीछे कहीं वसुंधरा राजे तो नहीं
कैलाश मेघवाल के बयान के बाद सियासी गलियारों में यही चर्चाएं हो रही है कि उनके बयान के पीछे कौन है। 90 वर्षीय कैलाश मेघवाल को अचानक ऐसा क्या हुआ कि उन्होंने केन्द्रीय मंत्री पर भ्रष्टाचार के लगा डाले। चूंकि कैलाश मेघवाल पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समर्थक हैं। ऐसे में यह भी अंदेशा जताया जा रहा है कि कैलाश मेघवाल ने राजे के इशारे पर भ्रष्टाचार से जुड़ा यह बयान दिया है। चूंकि राजे को इस बार केन्द्रीय नेतृत्व विशेष तवज्जो नहीं दे रहा। ऐसे में मेघवाल के जरिए इसे राजे का केन्द्रीय नेताओं पर हमला बताया जा रहा है।
भीलवाड़ा में सक्रिय होना हो सकता है एक कारण
केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल पिछले कुछ समय से भीलवाड़ा में काफी सक्रिय हैं। वे भीलवाड़ा का चार-पांच बार दौरा कर चुके हैं। अर्जुनराम के भीलवाड़ा में एक्टिव होने से कैलाश मेघवाल नाराज हैं, क्योंकि वे जिला उपाध्यक्ष रोशन मेघवंशी के खास हैं। रोशन मेघवंशी ने पिछली बार भी शाहपुरा से टिकट मांगा था और इस बार भी दावेदारों की दौड़ में है। कैलाश मेघवाल को डर है कि कहीं अर्जुनराम मेघवाल के प्रभाव में आकर पार्टी रोशन मेघवंशी को टिकट ना दे दे। कैलाश मेघवाल खुद चुनाव लडऩा चाहते हैं। उनके बयान के पीछे की वजह यह भी बताई जा रही है।
ये कहा था कैलाश मेघवाल ने
कैलाश मेघवाल ने केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि वे भ्रष्ट हैं। अगर उनमें साहस है तो उन पर मानहानि के केस करके दिखाएं। कैलाश मेघवाल ने यह भी कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर पूरे भ्रष्टाचार के तथ्य पेश करेंगे। केन्द्रीय मंत्री के काले कारनामे उजागर कर उन्हें मंत्रिमंडल से हटाने की मांग करेंगे। कैलाश मेघवाल ने आगामी विधानसभा चुनावों में चुनाव लडऩे का ऐलान भी कर दिया है।
