कोटा. गहलोत सरकार के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गए हैं। सदन में रेप केस के मामले को लेकर राजस्थान को मर्दों का प्रदेश कह चुके धारीवाल ने एक और विवादित बयान दे दिया है। इसके बाद से धारीवाल विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं। जानकारी के अनुसार 13 सितंबर को मंत्री ने कोटा में एक कोचिंग स्टूडेंट के सुसाइड केस पर अपना बयान दिया था। उन्होंने कहा कि झारखंड रांची की छात्रा के सुसाइड का कारण लव अफेयर है, उसका सुसाइड नोट मिला है। 12 सितंबर की रात को झारखंड रांची की 16 साल की मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करने वाली छात्रा ने फंदा लगाकर हॉस्टल में जान दे दी थी। मंत्री के बयान के बाद आज 14 सितंबर को मृतक छात्रा के माता-पिता बेटी के शव को लेने कोटा पहुंचे। यहां एमबीएस अस्पताल के मुर्दाघर पर मीडिया से परिजनों की बातचीत हुई तो उन्होंने मंत्री के बयान को दुखद बताया।
मंत्री के बयान को परिजनों ने नकारा
मंत्री शांति धारीवाल के द्वारा छात्रा के सुसाइड का कारण लव अफेयर बताने का सवाल पूछा तो परिजनों ने इसे गलत करार दिया। गल्र्स स्टूडेंट के पिता ने मीडिया को बताया कि उनकी बेटी का सपना डॉक्टर बनने का था। इसलिए वह कोटा आई थी। अपनी मर्जी से कोटा आई थी। वह बोलती थी कि मां बीमार रहती है वह डॉक्टर बनकर उनका इलाज करेगी। 12 सितंबर की रात को परिवार की बेटी से बातचीत हुई थी और कुछ देर बाद उन्हें बेटी के इस कदम के उठाने की सूचना मिली।
पिता ने लगाया लोकल लड़कों पर छेडख़ानी का आरोप
मंत्री धारीवाल ने जो लव अफेयर का कारण छात्रा के सुसाइड का बताया, उसे लेकर पिता ने कहा कि उनकी बेटी ऐसी नहीं थी। अगर मंत्री इस तरह की बात करते हैं बिना जांच के, तो वह उन्हें विटनेस लाकर दें। इधर, बेटी के पिता ने ये भी कहा कि बड़ी बेटी से उसकी बातचीत होती थी और वह यहां के लोकल लड़कों की ओर से छेडख़ानी की बात का उसने जिक्र किया था। उनका कहना है कि कोचिंग जाते वक्त लड़के यहां गलत कमेंट कसते थे।
पुलिस ने मंत्री के बयान पर टिप्पणी करने किया मना
सुसाइड नोट के संबंध में पिता और अंकल ने कहा कि बेटी ने कुछ डायरी में कुछ लिखा है उन्हें मालूम नहीं है क्या कुछ उसने लिखकर छोड़ा है। कुछ स्टूडेंट ने उन्हें बताया है कि पुलिस डायरी लेकर गई है। इधर, विज्ञान नगर थाना एएसआई अमरचंद मोर्चरी पर पहुंचे थे। मीडिया ने जब उनसे छात्र के सुसाइड नोट के बारे में पूछा तो वह स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए। वह यह भी कहते सुने गए कि सुसाइड नोट के बारे में उन्हें पता नहीं है। थाना प्रभारी मामले की जांच कर रहे हैं। यूडीएच मंत्री के बयान एएसआई अमरचंद ने कुछ भी बोलने से मना कर दिया।
