झुंझुनूं: राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने सोमवार को झुंझुनूं जिले के खेतड़ी में टीबा गांव में शहीद श्योराम गुर्जर की मूर्ति का अनावरण किया। इस दौरान कार्यक्रम में सैनिक कल्याण मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा, विधायक डॉ. जितेंद्र सिंह, परिवहन मंत्री बृजेंद्रसिंह ओला मौजूद रहे। वहीं पायलट ने मंच से एक बार फिर वसुंधरा सरकार में हुए करप्शन का मामला उठाया तो उनके समर्थक राजेंद्र गुढा ने सीधा आलाकमान को चुनौती दे डाली। गुढा ने कहा यदि पायलट के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होती है तो छठी का दूध याद दिला देंगे। वहीं इस दौरान पायलट ने सभा में कहा कि मैंने सिर्फ भ्रष्टाचार का मसला उठाया था जिसका वादा हमनें 2018 के चुनावों में किया था। उन्होंने कहा कि मैंने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाए लेकिन अनशन करने के 7 दिन बीतने के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
”मैं चैलेंज देना चाह रहा हूं…मां का दूध पीया है तो पायलट साब के खिलाफ अनुशासन की कार्रवाई करके बताओ…छठी का दूध याद आ जाएगा”
– राजेंद्र गुढा#sachinpilot pic.twitter.com/9Zc47pq48y
— अवधेश पारीक (@Zinda_Avdhesh) April 17, 2023
36 कौम पायलट के साथ खड़ी है
गुढा ने मंच से सचिन पायलट को कहा कि आप चिंता मत करना, राजस्थान की 36 कौम और बिरादरी का नौजवान आपके पीछे जी-जान देने के लिए खड़ा है। उन्होंने आगे कहा कि अगर मां का दूध पीया है तो पायलट के खिलाफ कोई अनुशासन की कार्रवाई करते बताए। गुढा ने कहा कि अगर पायलट के खिलाफ किसी तरह का एक्शन हुआ तो छठी का दूध याद आ जाएगा। मालूम हो कि पायलट ने हालिया अनशन के बाद चर्चा चली थी कि आलाकमान उनके खिलाफ कोई एक्शन ले सकता है। ऐसे में गुढा उसी ने संदर्भ में आलाकमान को खुला चैलेंज दे डाला।
क्या बोले सचिन पायलट ?
सभा में सचिन पायलट ने कहा कि मैंने अनशन करते कुछ भी गलत काम नहीं किया है, मैंने सिर्फ हमारे किए वादे याद दिलाएं हैं। उन्होंने कहा कि अगर हमें सरकार में वापस आना है तो जनता का भरोसा जीतना होगा और किए गए वादे निभाने होंगे।
इसके बाद पायलट ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारी कथनी और करनी में किसी भी तरह का फर्क नहीं दिखना चाहिए। उन्होंने संजीवनी सोसायटी घोटाले का जिक्र करते हुए कहा कि उस मामले में कार्रवाई तो हुई है लेकिन वह 2018 के चुनावों के बाद का मामला है।
