अलवर. राजस्थान के अलवर जिला स्थित सरिस्का टाइगर रिजर्व में शीघ्र ही भालु लाने की तैयारी की जा रही है। यहां पर दो जोड़े भालुओं के लाने को लेकर सरकार से हरी झंडी मिलने के बाद सरिस्का प्रशासन इन जानवरों को यहां लाने की तैयारी में जुट गया है। पहले भी भालुओं को लाने के लिए सरिस्का प्रशासन की टीम जालौर के सुंधामाता वन में गई थी, लेकिन, वहां भालू नहीं मिलने से टीम दो दिन के बाद लौट आई थी। अब सरिस्का प्रशासन ने भालू लाने की कवायद तेज कर दी गई है। प्रशासन की ओर से भालुओं पर नजर रखने के लिये जालोर के सुंधामाता वन में करीब 100 कैमरे लगाए गए हैं। इसके लिए सरिस्का प्रशासन की टीम ने सुंधामाता वन के कर्मियों को इसकी ट्रेनिंग दी जा चुकी है।
सरिस्का रिजर्व के डीएफओ डी.पी जागावत ने बताया कि जालौर के सुंधामाता वन में सरिस्का प्रशासन की ओर से कैमरे लगाए हैं। वनकर्मियों को इसकी ट्रेनिंग दी गई है कि कैसे उन पर निगरानी रखी जाए। जैसे ही सुंधामाता वन में कैमरे ट्रैप में भालू दिखेंगे टीम वहां जाकर भालुओं को लाने में जुटेगी। भालूओ के लिए रेडियो कॉलर पहले से ही मिल चुके हैं। बस अब यहां भालुओं को लाये जाने का इंतजार है।