जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में एक से बढ़कर एक निर्णय किये हैं। जिससे राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। मुख्यमंत्री ने शिक्षकों से आह्वान किया कि वे विद्यार्थियों को उच्च संस्कार दें और बच्चों में समाजसेवा की भावना विकसित करें। उन्होंने कहा कि उन्नत और खुशहाल राजस्थान बनाने के लिए सरकार ने मिशन-2030 की शुरुआत की है, जिसमें शिक्षकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
गहलोत मंगलवार को बिड़ला सभागार में आयोजित राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि समय के साथ बदलाव जरूरी है। सरकार ने वर्तमान समय में अंग्रेजी भाषा के महत्व को समझते हुए राज्य में महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय खोले। जहां फिलहाल छह लाख से अधिक विद्यार्थी अध्ययनरत हैं।
रोबोटिक्स लैब्स का किया शुभारम्भ
इस दौरान गहलोत ने राज्य के 300 महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में स्थापित की रोबोटिक्स लैब्स का शुभारम्भ भी किया। इन लैब्स के माध्यम से विद्यार्थियों को नवीनतम तकनीकी क्षेत्र का ज्ञान स्कूली स्तर से ही उपलब्ध हो सकेगा। वे निजी स्कूल्स के विद्यार्थियों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकेंगे। मुख्यमंत्री ने राज्य में 12 हजार उच्च माध्यमिक विद्यालयों में ई-एजुकेशन उपलब्ध करवाने के लिए स्कूल आफ्टर स्कूल प्रोग्राम का शुभारम्भ भी किया।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत मिशन ज्ञान के सहयोग से बोर्ड कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए स्कूल समय के बाद सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव कक्षाओं का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने समारोह में 50 जिलों के 149 शिक्षकों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान अब काफी बदल चुका है और शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ ही प्रत्येक क्षेत्र में प्रदेश काफी आगे बढ़ा है।
