जयपुर. राजस्थान में विधानसभा चुनाव निकट है। वहीं भाजपा कांग्रेस पेपर लीक प्रकरण में पूरी तरह से सरकार को घेरने की कोशिश करने में जुटी हुई है। चुनाव में भाजपा इसे मुद्दा भी बनाएगी। क्योंकि पिछले साढ़े चार साल में 11 प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक हुए हैं। 2021 में रीट और दिसंबर 2022 में हुई वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक मामले देश में चर्चित रहे। हैरानी की बात यह है कि पेपर लीक का एक मास्टर माइंड सुरेश ढाका पिछले 10 माह से फरार है। पुलिस महानिदेशक की ओर से ढाका पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित है। इसके बावजूद ढाका का सुराग नहीं लग पाया है।
पुलिस के बाद अब ईडी भी तलाश रही ढाका को
पेपर लीक मामले में करोड़ों रुपए का लेन देन हुआ था। ऐसे बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने ईडी में शिकायत दर्ज कराई थी। ईडी की एंट्री के बाद इस मामले की जांच हुई तो बड़े स्तर पर लेन देन सामने आया। ईडी ने भी आरपीएससी के सदस्य बाबूलाल कटारा और बर्खास्त वाइस प्रिंसिपल अनिल मीणा उर्फ शेर सिंह मीणा को गिरफ्तार किया। चूंकि सुरेश ढाका पेपर लीक मामले की अहम कड़ी है। ऐसे में ईडी भी अब सुरेश ढाका की तलाश में जुटी है।
लेन देन की कड़ी जोड़ रही ईडी
पुलिस की जांच में सुरेश ढाका का नाम सामने आया था। ढाका के कई नेताओं से संपर्क के बारे में भी जानकारी मिली थी। अब ईडी की जांच में भी लेनदेन का मामला सामने आया। ईडी इस मामले की जांच कर रही है कि 10 माह से फरार सुरेश ढाका को आर्थिक सहायता कौन पहुंचा रहा है। ढाका जिस भी राज्य में छिपकर फरारी काट रहा है। वहां उसे रुपयों की जरूरत तो होती है। ऐसे में ईडी वह सोर्स खंगालने में लगी हुई है।
शेर सिंह ने दिया था ढाका को पेपर
दिसंबर 2022 में वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा का पेपर करीब दो माह पहले बेच दिया था। पुलिस के मुताबिक आरपीएससी के सदस्य बाबूलाल कटारा ने अनिल मीणा उर्फ शेर सिंह को पेपर बेचा था और शेरसिंह ने सुरेश ढाका और भूपेंद्र सारण को पेपर दिया। भूपेन्द्र सारण को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। पिछले सप्ताह ईडी ने बाबूलाल कटारा और शेर सिंह को गिरफ्तार किया था। इन दोनों से सुरेश ढाका के बारे में पूछताछ हुई।
3.11 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त कर चुकी ईडी
पेपर लीक मामले में ईडी ने दो माह पहले राजस्थान के 30 अलग अलग ठिकानों पर दबिश दी थी। बाबूलाल कटारा, सुरेश बिश्नोई, सुरेश ढाका, भूपेन्द्र बिश्नोई और शेर सिंह मीणा की 3.11 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच की थी। ईडी के मुताबिक इन आरोपियों ने अवैध रूप से करोड़ों रुपए की आय अर्जित की थी।
