जयपुर. अब राजस्थान में देर रात तक बार में जाम नहीं छलकेंगे। संचालकों को रात 12 बजे तक बार बंद करना होगा। अशोक गहलोत सरकार के चिंतन शिविर में इस पर निर्णय लिया है। सीएम अशोक गहलोत ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि राजस्थान में शराब की दुकानें पहले से ही रात को आठ बजे बंद करने का नियम है। अब बार पर भी लगाम लगाई जाएगी। बार आधी रात तक खुले रहते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। बार को भी अब रात 12 बजे तक बंद करना होगा ताकि लोग आराम से घर जा सकें।
गहलोत ने कहा गली-गली में बार-क्लब खुल चुके हैं। ये सुबह तीन चार बजे तक चलते रहते हैं। इनको कैसे रेगुलाइज कैसे किया जाए इसको बाद में तय किया जाएगा, लेकिन फिलहाल इन्हें रात को 12 बजे तक बंद करने का निर्णय लिया है। बार संचालक 12 बजे पहले-पहले अपनी दुकानें समेट लें, गहलोत ने कहा कि शराब की दुकानें रात को आठ बजे बंद करने का बड़ा असर पड़ा है। रात को आठ बजे बाद शराब की दुकान खुली मिलती है तो उसके लिए संबंधित थानाप्रभारी जिम्मेदार होगा।
दो दिन के दौरान 23 घंटे चला चिंतन शिविर
सीएम अशोक गहलोत ने सरकार के दो दिवसीय चिंतन शिविर की जानकारी देते हुए बताया कि इसमें करीब 33 विभागों की समीक्षा की है। पहले दिन चिंतन शिविर करीब 13 घंटे और दूसरे दिन करीब 10 घंटे चला। समीक्षा के दौरान मंत्रियों ने अपने विभागों का प्रजेंटेशन दिया। गहलोत ने कहा कि हमने 4 साल बाद ये समीक्षा की है। कई योजनाएं ऐसी हैं जो केवल हमारे पास हैं। ओपीएस को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा है कि आर्मी और पैरा मिलट्री फोर्सेज में भेदभाव नहीं कर सकते हैं। पैरा मिलट्री फोर्सेज को भी ओपीएस मिलना चाहिए। अब ओपीएस को लेकर देश में बहस होनी चाहिए।
राजस्थान में 5 प्रतिशत अपराध कम
सीएम गहलोत ने कहा कि हमने पुलिस थानों में एफआईआर दर्ज करना अनिवार्य किया गया है, लेकिन उसके बाद भी प्रदेश में 5 प्रतिशत अपराध कम हुए हैं। पहले 33 प्रतिशत मामले हमारे यहां कोर्ट के आदेश से दर्ज होते थे, लेकिन अब उसका प्रतिशत केवल 13 प्रतिशत रह गया है। यह सब एफआईआर अनिवार्य करने के कारण हुआ है। गहलोत ने कहा कि विपक्ष में इतना साहस नहीं है कि हमारे इस नीतिगत फैसले को लेकर एक शब्द भी बोल सके। गहलोत ने आरोप लगाया कि वे केवल झूठ बोलकर जनता को भ्रमित कर रहे हैं।
