नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज यानी बुधवार को राजस्थान की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को रवाना करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने सोमवार को एक बयान जारी कर ये जानकारी दी थी। पीएमओ के मुताबिक वीडियो कॉफ्रेंस के माध्यम से प्रधानमंत्री इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इस ट्रेन की नियमित सेवा 13 अप्रैल, 2023 से शुरू होगी। यह अजमेर एवं दिल्ली कैंट के बीच संचालित होगी। इस ट्रेन का ठहराव जयपुर, अलवर और गुडग़ांव में भी होगा।
वंदे भारत एक्सप्रेस अजमेर से दिल्ली कैंट की दूरी 5 घंटे 15 मिनट में तय करेगी। इस मार्ग की वर्तमान में सबसे तेज ट्रेन शताब्दी एक्सप्रेस है जो दिल्ली कैंट से अजमेर के बीच का सफर 6 घंटे 15 मिनट में तय करती है। इस प्रकार वंदे भारत एक्सप्रेस उस मार्ग पर चलने वाली वर्तमान सबसे तेज ट्रेन की तुलना में 60 मिनट तेज होगी।
http://ये भी पढ़ें:कोरोना ने लगाई छलांग, 24 घंटे में सामने आए 7830 नए मामले, एक्टिव मरीजों की संख्या 40 हजार पार
अजमेर-दिल्ली कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस हाई राइज ओवरहेड इलेक्ट्रिक (ओएचई) क्षेत्र पर दुनिया की पहली सेमी हाई स्पीड पैसेंजर ट्रेन होगी। पीएमओ ने कहा कि यह ट्रेन पुष्कर, अजमेर शरीफ दरगाह सहित राजस्थान के प्रमुख पर्यटन स्थलों से संपर्क में सुधार करेगी। बढ़ी हुई कनेक्टिविटी से क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
पीएम मोदी ने कुछ दिन पहले ही 8 अप्रैल को सिकंदराबाद-तिरुपति वंदे भारत एक्सप्रेस और चेन्नई-कोयम्बटूर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी। सिकंदराबाद-तिरुपति के बीच वंदे भारत ट्रेन के शुरू होने से तेलंगाना के सिकंदराबाद और पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश के तिरुपति शहर के बीच यात्रा के समय में करीब साढ़े तीन घंटे की कमी आएगी, जिससे विशेष रूप से तीर्थयात्रियों को फायदा होगा।
वहीं, चेन्नई-कोयम्बटूर वंदे भारत ट्रेन से तमिलनाडु की राजधानी और औद्योगिक शहर कोयम्बटूर के बीच यात्रा के समय में एक घंटे से अधिक की कमी आने की उम्मीद है। यह पांच घंटे 50 मिनट के यात्रा समय के साथ दोनों शहरों के बीच सबसे तेज ट्रेन है, जिससे यात्रा के समय में एक घंटे से अधिक की बचत होगी।
