रतनगढ़. रतनगढ़ को जिला बनाने की मांग को लेकर एकजुट हुए रतनगढ़वासी आज यानी मंगलवार को एक विशाल जुलूस निकालेंगे। इसको लेकर अधिवक्ताओं की ओर से की गई शुरुआत का गांव के लोगों ने पुरजोर समर्थन किया है। ये समर्थन धीरे-धीरे परवान चढ़ गया और देखते ही देखते हर व्यक्ति रतनगढ़ को जिला बनाने की मुहीम में एक कारवां के रूप में जुड़ गया। इसी कड़ी में लोग रैली निकालेंगे और सरकार पर पुरजोर दबाव बनाने का भरसक प्रयास करेंगे। आपको बता दें कि पिछले 15 दिनों से रतनगढ़ को जिला बनाने को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे थे। इस आंदोलन को आखिरकार मूर्त रूप मिल। दस बजे से लोग स्टेशन पर पहुंचना शुरू हो जाएंगे। बताया जा रहा है कि ये रैली अब तक की सबसे ऐतिहासिक होगी। क्योंकि रतनगढ़वासी इस हक को पाने और इसके गौरव को काबिज रखने के लिए मैदान में है। इधर रतनगढ़ के सभी व्यापारी समस्त व्यापार संघ के आह्वान पर मंगलवार को सुबह 10.30 बजे अशोक स्तम्भ के पास एकत्रित होंगे। सामूहिक रूप से गढ़ परिसर जाएंगे और सीएम के नाम का ज्ञापन एसडीएम को सौंपेंगे। इस दौरान सभी व्यापारी अपने प्रतिष्ठान भी दो घंटे के लिए बन्द रखेंगे।
इन युवाओं ने की शुरूआत
जानकारी के अनुसार रतनगढ़ को जिला बनाने को लेकर शहर के युवा अधिवक्ताओं व सामाजिक संगठनों से जुड़े युवाओं ने की। इसमें बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष एडवोकेट मनीष शर्मा, सप्तऋषि ब्राह्मण महासभा के जिलाध्यक्ष बादल महर्षि, निखिल इंदौरिया, एडवोकेट सक्षम शर्मा, ट्रेड यूनियन के प्रतिनिधि राजेन्द्र मारोठिया, रेडीमेड होजरी संरक्षक ललित रांकावत, कमल शर्मा, सूर्यप्रकाश पारीक, एडवोकेट अश्विनी सैनी,एडवोकेट रणवीर, मानवाधिकार आयोग निराकरण समिति के जिलाध्यक्ष विश्वास माकड़, गोपाल जांगिड़ सहित अनेक युवा शामिल थे। जिन्होंने मीटिंग कर इस मुहीम को शुरू करने का निर्णय किया। धीरे-धीरे इस मुहीम को जनता का आशीर्वाद मिला और प्रत्येक व्यक्ति रतनगढ़ को जिला बनाने की मांग को लेकर मुखर हो गया।
युवाओं ने सीएम से की मुलाकात
रतनगढ़. नगर के आम नागरिकों ने पार्षद निखिल इन्दौरिया के नेतृत्व में जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलकर रतनगढ़ को जिला बनाने की मांग की। इस अवसर पर एडवोकेट अश्वनी सैनी, ट्रेड एसोसिएशन के राजेन्द्र मारोठिया, निखिल इन्दौरिया, बादल महर्षि, पुनीत चौधरी, विश्वास माकड़, प्रशांत पारीक, प्रकाश भुढाढरा आदि मौजूद रहे। निखिल ने बताया कि सीएम ने कार्यकर्ताओं की बात सुनकर विचार करने का आश्वासन दिया।
चाकलान ने सीएम को लिखा पत्र
इधर कांग्रेस शहर ब्लॉक अध्यक्ष तरुण कुमार चाकलान ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर रतनगढ़ को जिला बनाने की मांग की है। चाकलान ने पत्र में उल्लेख किया है कि रतनगढ़ में नेशनल हाई वे 11 तथा मेगा हाइवे हैं, जिला अस्पताल है, बिजली का बड़ा 400 केवी का तापघर है, पीने के पानी की भरपूर आपूर्ति है, यहां जिले के लायक तमाम सुविधाएं मौजूद हैं, भौगोलिक ²ष्टि से जिला बनाने के लायक उपयुक्त शहर है। इसके अलावा रतनगढ़ पूर्व में भी जिला रह चुका है। रतनगढ़ के खोए हुए इतिहास को लौटाने व लोगों की भावनाओं को देखते हुए रतनगढ़ को तुरंत प्रभाव से जिला घोषित किया जाए।
नेताओं को सता रहा वोटों का गणित
शहर में रतनगढ़ को जिला बनाने को लेकर जो मुहीम छेड़ी गई है। इस मुहीम में किसी नेता के खुलकर नहीं बोलने के पीछे राजनीतिक कारण माना जा रहा है। लोगों का मानना है कि वोटों का गणित नेताओं को परेशान कर रहा है। ऐसे में वे कुछ भी खुलकर बोलने से इनकार कर रहे हैं। आपको बता दें कि परिसीमन के दौरान सुजानगढ़ विधानसभा क्षेत्र से 13 पंचायतों को काटकर रतनगढ़ में शामिल कर दिया था। इन पंचायतों के वोट रतनगढ़ विधानसभा क्षेत्र में पड़ते हैं। ऐसे में नेता रतनगढ़ को जिला बनाने की मांग को लेकर खुलकर नहीं बोल रहे हैं। यदि वे बोलते हैं तो उनको इन 13 पंचायतों के वोटों का गणित इनके राजनीतिक समीकरण बिगाड़ सकता है। इसलिए नेता खुलकर सामने भी नहीं आ रहे हैं।
