जयपुर. राजधानी जयपुर (Jaipur) में बड़ी मात्रा में नगदी और सोना मिलने का बड़ा मामला सामने आया है. यहां शासन सचिवालय (Government Secretariat) के पास स्थित राजस्थान सरकार के योजना भवन (Yojana Bhavan) के बेसमेंट में 2 करोड़ 31 लाख रुपये से ज्यादा की नगदी और एक किलो सोने के बिस्किट मिले हैं। यह नगदी 2000 और पांच सौ रुपये के नोट के रूप में है। यह दोनों चीजे किसकी है अभी तक पता नहीं चल पाया है। इस बात की जानकारी लगने के साथ ही ब्यूरोक्रेसी (Bureaucracy) में हड़कंप मच गया है। उसके बाद मामले को लेकर शुक्रवार रात को ही सीएस ऊषा शर्मा, डीजीपी उमेश मिश्रा और जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने प्रेसवार्ता कर इसकी जानकारी दी। वहीं विपक्ष इस मामले को लेकर गहलोत सरकार पर हमलावर हो गया है।
पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि योजना भवन में पड़ी फाइलों को निकालकर उन्हें कम्यूटराइज्ड करने का कार्य किया जा रहा है। इस सिलसिले में योजना भवन के बेसमेंट में अलमारियों में पड़ी फाइलों को खंगाला गया था। इस दौरान दो अलमारियों की चाबी नहीं मिली थी। उनकी चाबी ढूंढने का प्रयास किया जा रहा था, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला। इस पर शुक्रवार को दोपहर बाद उन अलमारियों के लॉक तुड़वाए गए। इनमें एक अलमारी में फाइलें मिली।
पुलिस ने नगदी और सोना जब्त किया
दूसरी अलमारी में एक लैपटॉप और ट्रॉली वाला बैग मिला है। ट्रॉली वाले बैग को जब खोला तो उसमें करोड़ों की नगदी और सोने के बिस्किट मिले। इस पर डीओआईटभ् के अधिकारी महेश गुप्ता ने आलाधिकारियों को इसकी सूचना दी। उसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उस राशि और सोने को जब्त कर लिया है। नोटों की गणना करने पर यह राशि 2 करोड़ 31 लाख 49 हजार रुपये पाई गई।
जांच के लिए विशेष टीम गठित
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि यह अलमारी कौनसे डिपार्टमेंट की है इसकी जांच की जा रही है। इसे लेकर कोई जिम्मेदारी नहीं ले रहा है। इस मामले में शक के आधार पर 7-8 लोगों को हिरासत में लिया है। मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की है। यह टीम इस बात का पता लगाएगी कि ये नगदी और सोना आखिर है किसका। वहां के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।
राठौड़ ने किया टविट बोले: भ्रष्टाचार की गंगोत्री आखिरकार सचिवालय तक पहुंच ही गई
योजना भवन में कैश और गोल्ड मिलने की घटना के बाद नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भ्रष्टाचार की गंगोत्री आखिरकार सचिवालय तक पहुंच ही गई। राठौड़ ने आरोप लगाया कि राजस्थान सचिवालय जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बैठकर शासन चलाते हैं वहां करोड़ों की नकदी और सोना बरामद होना। इस बात का प्रमाण है कि गहलोत सरकार भ्रष्टाचार के संरक्षणदाता की भूमिका में है।
सरकार के भ्रष्टाचार की परतें एक-एक कर खुलती जा रही हैं
वहीं केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी भ्रष्टाचार को लेकर गहलोत सरकार पर तीखा हमला बोला है। शेखावत ने कहा कि गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार की परतें एक-एक कर खुलती जा रही हैं। मुख्यमंत्री की नाक के नीचे सचिवालय में ढाई करोड़ रुपये नकद और सोना बरामद होना दर्शाता है कि यह सरकार आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी हुई है।
