जयपुर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत राजधानी जयपुर पहुंचे। 74वें गणतंत्र दिवस समारोह पर उन्होंने जामडोली में केशव विद्यापीठ के स्टेडियम में तिरंगा फहराया। उन्होंने कहा कि हमारा देश ज्ञान की परंपरा से समृद्ध है। वह शख्स सभी को अपना मानता है, जो सच्चे मन से आगे बढ़ता है। उन्होंने कहा कि हमारे तिरंगे में हर रंग का विशेष महत्व है। तिरंगे का सफेद रंग पवित्रता का प्रतीक है। हरा रंग लक्ष्मी और समृद्धि का प्रतीक है। कार्यक्रम के दौरान संरसंघचालक भागवत ने स्वतंत्रता और समानता पर भी जोर दिया। भागवत ने कहा कि अक्सर देखने में आता है कि जिस देश में स्वतंत्रता होती है। वहां समानता नहीं होती। इसलिए हमें आपस में भाईचारा बढ़ाना होगा। एक होना होगा। इसके बाद ही हम वास्तविकता में स्वतंत्र होंगे और समानता भी होगी।
भागवत बोले, बहुत पहले मिल जाती स्वतंत्रता
भागवत पांच दिवसीय प्रवास पर राजस्थान आए हुए हैं। वे 25 जनवरी की रात जयपुर पहुंचे। वे 29 जनवरी तक राजस्थान प्रवास पर हैं। यहां वे कार्यकर्ताओं से कई महत्वपूर्ण बातों पर बैठक करेंगे। इससे कुछ दिन पहले 23 जनवरी को भागवत कोलकाता में थे। उन्होंने यहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर शहीद मैदान में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि नेताजी को अगर समर्थन मिला होता तो भारत को स्वतंत्रता पहले मिल जाती।
नेताजी का सपना पूरा करना होगा
उन्होंने यहां यह भी कहा कि भारत आज पूरी दुनिया की नजरों में है। नेताजी के कई सपने अभी अधूरे हैं। हमें मिलकर इन्हें पूरा करना होगा। नेताजी सुभाष चंद्र बोस और हमारे पूर्वजों के दिखाए हुए रास्तों को अपनाकर हम इस विश्व में शांति और भाईचारा फैला सकते है। भारत की समस्या का समाधान ही विश्व की समस्या का समाधान है। उन्होंने कहा कि हमरा वैभव सिर्फ भौतिकता नहीं, संपूर्ण विश्व में समता और शांति लाना हमारा उद्देश्य है, भारत सारी दुनिया को धर्म देता है, रिलिजन नहीं।
